Bigg Boss 14: घर में नेपोटिज्म पर हुई बहस तो भड़कीं कविता कौशिक, बोलीं- अकेले बनाया है अपना करियर
एफआईआर फेम कविता कौशिक की बिग बॉस में वाइल्ड कार्ड एंट्री हुई है. इसे लेकर काफी एक्साइटेड हैं. लेटेस्ट एपिसोड में घर में नेपोटिज्म पर काफी बहस हुई. इसे लेकर कविता ने रिएक्शन दिया है. उनका कहना है कि उन्होंने अपना करियर खुद बनाया है.

बिग बॉस 14 से सारा गुरपाल और शहजाद देओल के बाहर होने के बाद तीन वाइल्ड कार्ड एंट्री हुई है. इनमें से एक कविता कौशिक हैं. कविता शो में एंट्री को लेकर काफी एक्साइटेड हैं. एक दिन पहले दिए इंटरव्यू में कहा था कि वह इस शो की ट्रॉफी अपने पति रोमित बिस्वास के लिए जीतना चाहती हैं. अब उनका मानना है कि घर के कंटेस्टेंट्स अभी तक फॉर्म में नहीं आए हैं क्योंकि पहले सीनियर्स पर फोकस किया गया था.
कविता ने कहा,"मुझे लगता है कि कंटेस्टेंट्स अभी फुल फॉर्म में नहीं हैं. सीनियर्स पर फोकस किया गया था, जोकि एक बड़ा गेम खेल रहे थे, घर में बड़े फैसले कर रहे थे. कंटेस्टेंट्स अपनी पर्सनैलिटी को पूरी तरह से नहीं दिखा पाएं हैं. अब सीनियर्स जा चुके हैं, देखते हैं आगे क्या होगा."
वन आर्मी हूं मैं
कविता ने आगे कहा,"मैं एक महिला आर्मी हूं. मैं मुंबई आई और अकेले ही अपना करियर बनाया. मेरे लिए मुंबई बहुत दयालु रहा और टीवी इंडस्ट्री अद्भुत रही. लेकिन ये सब मैंने खुद अकेले ही किया. मुझे बिग बॉस के घर में किसी ग्रुप में शामिल होने की जरूरत नहीं है. घर के काम बाहर के काम ज्यादा कठिन होते हैं और मुझे पता है कि इसे कैसे करना है. मैं वो हूं जो खाना बना सकती हूं, अपना बिस्तर साफ कर सकती हूं, किसी की जरूरत नहीं है और यही मेरी मजबूती है."
यहां देखिए कविता कौशिक घर में क्या कर रही हैं-
लड़ाई से कुछ अच्छा निकलना चाहिए
कविता कौशिक ने घर में हो रहे झगड़े पर अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा,"वेबकूफियों से भरी लड़ाइयां इंटरेस्टिंग नहीं होती हैं. जब लड़ाई या बहस हो, तो उसमें से कुछ अच्छा निकलकर आना चाहिए. एक-दूसरे की बेइज्जती नहीं करनी चाहिए क्योंकि दोनों ही सेलिब्रिटीज हैं और उनकी कुछ जिम्मेदारी हैं. कई लोग हैं जिन्हें ये बिग बॉस या एक्टिंग के अन्य प्लेटफॉर्म नहीं मिलते. छोटे शहरों के कई प्रतिभाशाली लोग हैं, जिन्हें मौका नहीं मिलता. और जब ये सब देखते हैं, तो वो कहते हैं इनसे अच्छे तो हम हैं."
ये भी पढ़ें-
राजू श्रीवास्तव बोले- 'मिर्जापुर 2' अश्लीलता और हिंसा से भरा, OTT प्लेटफॉर्म पर भी हो सेंसर
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस

