बिग बॉस के घर में हफ्तों-महीनों तक रहना, कई तरह के टास्क करना, हर कदम पर कैमरों की नजर होना और फिर उसका पूरी दुनिया के सामने आना. ये सब ऐसी चीजें हैं, जिन्हें झेलना आसान नहीं है. बिग बॉस के हाउसमेट्स का कहना है कि इसके लिए एक मजबूत रक्षा तंत्र का होना बहुत जरूरी है.
'बिग बॉस 7' की विजेता गौहर खान इस सर्वाइवल किट को पर्सनैलिटी से जोड़ती हैं. गौहर ने कहा कि, ‘शो जीतने का कोई फॉर्मूला नहीं है, लेकिन इसका बड़ा संबंध आपकी पर्सनैलिटी से है. आप क्या हैं और दर्शकों से कितनी अच्छी तरह जुड़ते हैं, ये सबसे ज्यादा मायने रखता है. हर किसी का व्यक्तित्व अलग होता है. बस ये पता होना चाहिए कि उसे दर्शकों के सामने कैसे दर्शाएं.’
7वें सीजन की अभिनेत्री काम्या पंजाबी बीच में ही शो छोड़ना चाहती थीं. वो कहती हैं, ‘घर में रहना आसान नहीं है. मुझे याद है कि ऐसा समय आ गया था, जब मुझे लगता था कि मुझे अपनी बेटी से मिलने के लिए शो छोड़ना पड़ेगा. मुझे नहीं पता था कि दोबारा मुझे ये मौका मिलेगा या नहीं इसलिए मैं इसे छोड़ना नहीं चाहती थी.’
13वें सीजन के स्टार पारस छाबड़ा का कहना हैं कि, ‘लोग एक सच्चे व्यक्ति से प्यार करते हैं. आप जैसे हैं, वैसे रहें. यदि कुछ गलत होता है, तो भी अपने विश्वासों के साथ मजबूती से खड़े रहें.’
माहिरा शर्मा अपनी की राय देती हुई कहती है कि. ‘मुझे लगता है कि मेरी ईमानदारी और वास्तविकता ही काम आई. मैं केवल किसी चीज के लिए दूसरों के साथ संबंध नहीं बना सकती.’
13वें सीजन की हाउसमेट आरती सिंह कहती हैं, ‘मुझे पता था कि ये खुद को साबित करने का मेरा आखिरी मौका था. यदि मैं कहूं कि घर में रहना आसान था, तो यह झूठ होगा. घर में रहने के दौरान मुझे पैनिक अटैक होता था और यह सब नेशनल टीवी पर दिखाई देता था. मैंने अपनी हर असलियत दिखाई, फिर चाहे वो कॉन्फिडेंस था या मेरा ओवरस्मार्ट या फिर 'लल्लू' की तरह दिखना, वो सब असल था. लोग सच्चाई और ईमानदारी की सराहना करते हैं.’
वो कहती हैं, ‘अपमानजनक व्यवहार आपको जीवित रहने में मदद कर सकता है, लेकिन ये बहुत नकारात्मक असर भी डाल सकता है. मुझे याद है कि सलमान सर हमें चेतावनी देते थे कि शो के बाहर भी जिंदगी है और हमें खुद को गरिमापूर्ण तरीके से पेश करना है.’