हिंदी सिनेमा के मशहूर विलेन अमजद खान, जिन्हें आज भी लोग 'गब्बर' के नाम से याद करते हैं. 51 साल की उम्र में ही अमजद ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. भले ही आज वो हमारे बीच मौजूद ना हो मगर अपनी लाजवाब अदाकारी के चलते अमजद फैंस के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे.
अमजद खान ने हिंदी सिनेमा की आईकॉनिक फिल्म 'शोले' में 'गब्बर सिंह' का किरदार निभाया था. इस फिल्म में अपने किरदार के लिए उन्होंने खूब वाहवाही लूटी. आज भी सरदार 'गब्बर सिंह' के मशहूर डायलॉग दर्शकों को मुंह ज़ुबानी याद हैं.
वैसे तो सिनेमा के इतिहास में कई फिल्में बनी जिनमें कई एक्टर्स ने डाकू का किरदार निभाया, लेकिन अमजद खान जैसा किरदार किसी एक्टर ने नहीं निभाया. कह सकते हैं कि हिंदी सिनेमा के पिछले सभी डकैतों पर एक अकेला 'गब्बर' भारी पड़ गया था.
वैसे अगर अब कोई कहे कि फिल्म शोले में 'गब्बर' के किरदार के लिए अमजद खान नहीं, किसी और को लिया जाता, तो ये सुनकर कोई भी यही कहेगा, 'अरे नहीं यार', क्योंकि अमजद के इलावा इस किरदार के लिए किसी और एक्टर को इमेजिन करना काफी मुश्किल है, मगर आपको जानकर हैरानी होगी कि वाकई में अमजद खान इस किरदार के लिए मेकर्स की पहली पसंद नहीं थे. इस किरदार के लिए अमजद खान से पहले एक्टर डैनी डेंजोंगप्पा को चुना गया था. मगर डैनी उन दिनों किसी दूसरी फिल्म में बिजी थी जिसकी वजह से उन्होंने इस फिल्म के लिए इंकार कर दिया था, जिसके बाद 'गब्बर' का किरदार अमजद खान को दिया गया था.
'कितने आदमी थे?', 'अब तेरा क्या होगा कालिया?' जैसे डायलॉग आज भी लोगों के बीच लोकप्रिय हैं. हालांकि इस फिल्म के बाद अमजद खान ने 'कालिया', 'लावारिस', 'कुर्बानी' 'याराना' और 'चमेली की शादी' जैसी कई शानदार फिल्मों में काम किया लेकिन सबसे ज्यादा उन्हें शोले के 'गब्बर' के नाम से ही जाना जाता है.