हर साल बॉलीवुड में कई फिल्में रिलीज होती हैं जिनमें कुछ को जनता बहुत जल्दी भुला देती है तो कुछ दशकों तक दर्शकों के ज़हन में जिंदा रह जाती हैं. ऐसी ही एक फिल्म रही एक्टर नाना पाटेकर की 'क्रांतिवीर'. ये फिल्म उस साल बॉक्स ऑफिस पर सबसे ज्यादा कमाई करने वाली तीसरी फिल्म रही थी.
इस फिल्म में नाना पाटेकर के अलावा अतुल अग्निहोत्री, ममता कुलकर्णी, परेश रावल और डिंपल कपाड़िया जैसे कलाकारों ने भी बड़ी खूबसूरती से अपना किरदार निभाया था. नाना पाटेकर के करियर की अब तक की बेस्ट फिल्मों में इस फिल्म का नाम लिया जाता है. इतना ही नहीं फिल्म 'क्रांतिवीर' में अपनी लाजवाब एक्टिंग के लिए नाना पाटेकर को साल 1995 में बेस्ट एक्टर का नेशनल फिल्म अवार्ड दिया गया था. फिल्म 'क्रांतिवीर' से नाना ने खूब वाह वाही लूटी. इस फिल्क के दमदार डायलॉग आज भी फैंस की ज़ुबान पर रहते हैं.
वहीं इस फिल्म का क्लाइमेंक्स सीन दर्शकों को इतना पसंद आया कि सिनेमाघर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठते थे. हालांकि इस सीन की शूटिंग भी काफी दिलचस्प रही थी. फिल्म के क्लाइमेक्स सीन के लिए 800 से ज्यादा जूनियर आर्टिस्ट को बुलाया गया था, मगर शूटिंग से पहले ही नाना पाटेकर की तबियत अचानक खराब हो गई.
मेकर्स को लगा कि अब भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. फिल्म के डायरेक्टर मेहुल कुमार बड़े उदास होकर नाना के पास गए, मेहुल कुछ बोलते उससे पहले नाना ने उन्हें कहा- 'तुम्हारा नुकसान नहीं होने दूंगा. वन टेक शूट करुंगा, लिख लो, शूट कब है ये बताओ.'
फिर नाना ने जैसा बोला था वही हुआ उन्होंने क्लाइमेक्स सीन वन टेक में कर दिया. खबरों की माने तो उस सीन में नाना ने कई लाइनें अपने मन से बोली थी, वो ऐसे फ्लो में थे कि डायरेक्टर ने उन्हें रोका ही नहीं. उसके बाद उस सीन का जो रिज़ल्ट निकल कर सामने आया वो एक इतिहास ही बन गया.