बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद लगातार लोगों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं. कोरोना महामारी के बीच प्रवासी मजदूर हों या फिर कोई अन्य जरूरतमंद, जो भी सोशल मीडिया के जरिए उनसे मदद की गुहार लगाता है वह सबकी सहायता की पूरी कोशिश करते हैं. अब अभिनेता ने वाराणसी में नाव चलाकर परिवार पालने वाले 350 नाविकों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है.


दरअसल, वाराणसी के सामाजिक कार्यकर्ता दिव्यांशु उपाध्याय ने अभिनेता सोनू सूद को ट्वीट कर काशी के 350 नाविकों के परिवार की स्थिति के बारे में जानकारी दी. दिव्‍यांशु ने ट्वीट कर लिखा, ''वाराणसी के 84 घाटों में 350 कश्ती चलाने वाले परिवार आज दाने-दाने के लिए तरस रहें हैं. इन 350 नाविक परिवारों की आप आख़री उम्मीद हो. @SonuSood सर और @NeetiGoel2 mam. गंगा में बाढ़ आने के कारण और मुश्किलें इनकी बढ़ गई है! काशी में 15 से 20 दिन तक इनके बच्चों को भूखे पेट न सोना पड़ें.''


सोनू सूद ने तुरंत ही स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जवाब देते हुए कहा, ''वाराणसी घाटों के यह 350 परिवारों का कोई भी सदस्य आज के बाद भूखा नहीं सोएगा. आज मदद पहुंच जाएगी''. एनबीटी की खबर के मुताबिक दिव्यांशु के पास सोनू सूद की टीम का कॉल भी आया था. सोनू सूद की टीम ने नाविकों के परिवार की लिस्ट मांगी है.


हाल ही में सोनू सूद ने एबीपी न्यूज़ के साथ खास बातचीत में बताया था कि आखिर उन्हें कैसे ये सब करने का आडिया आया. सोनू ने बताया था कि उन्हें कोई तरीका नहीं मालूम था कि इतने सारे लोगों की मदद कैसे की जाए लेकिन वो घर से निकले और कदम अपने आप बढ़ते चले गए, सभी रास्ते खुलते गए. कैसे इतने सारे लोगों की मदद करने के सवाल पर सोनू सूद ने एबीपी न्यूज़ से कहा, पहले 100-200 लोगों को खाना बंटने से शुरू किया फिर 400-500 लोगों को खाना बांटा फिर 1000 लोगों और फिर एक दिन में 45,000 लोगों की भूख मिटाई.


बस सेवा पर बात करते हुए सोनू सूद ने बताया था कि वो चौक पर खड़े थे लोगों को खाना बांटने के लिए तभी एक परिवार वहां से गुजर रहा था जो पैदल कर्नाटक जा रहा था. उनसे बात करते पर सोनू सूद को पता चला कि 10 दिनों तक वो पैदल चल कर अपने घर पहुंचंगे. इसके बाद सोनू सूद ने श्रमिको को बस के जरिए उनके घर तक पहुंचाने का काम शुरू किया.


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