फिल्मों में हीरोइन नहीं, वैम्प बनकर बनाई पहचान, Aruna Irani ने 300 से ज्यादा फिल्मों में किया काम
1972 में आई फिल्म 'बॉम्बे टू गोवा' में वह अमिताभ बच्चन के साथ नज़र आईं लेकिन जितनी सफलता अरुणा को सपोर्टिंग एक्ट्रेस बनकर मिली, उतनी हीरोइन बनकर नहीं मिली. अरुणा सपोर्टिंग रोल्स में भी निगेटिव शेड में दिखीं और उनकी एक्टिंग की काफी सराहना हुई.
आज हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड की मशहूर डांसर और नेगेटिव किरदार में अपनी एक्टिंग का जलवा दिखाने वाली एक्ट्रेस अरुणा ईरानी की. 3 मई, 1952 को मुंबई में जन्मी अरुणा ईरानी ने 1961 में गंगा जमुना से बॉलीवुड डेब्यू किया था तब उनकी उम्र केवल 9 साल की थी. बड़े होते ही अरुणा ईरानी अपने डांस के लिए फेमस हो गईं और उन्होंने एक से बढ़कर एक डांसिंग नंबर्स पर डांस करके सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया. 'चढ़ती जवानी मेरी चाल मस्तानी', 'दिलबर दिल से प्यारे' उनके ऊपर फिल्माए गए सबसे लोकप्रिय गानों में हैं. डांस के अलावा अरुणा ईरानी ने एक्टिंग में भी हाथ आजमाया.
1972 में आई फिल्म 'बॉम्बे टू गोवा' में वह अमिताभ बच्चन के साथ नज़र आईं लेकिन जितनी सफलता अरुणा को सपोर्टिंग एक्ट्रेस बनकर मिली, उतनी हीरोइन बनकर नहीं मिली. अरुणा सपोर्टिंग रोल्स में भी निगेटिव शेड में दिखीं और उनकी एक्टिंग की काफी सराहना हुई. बेटा, पेट प्यार और पाप जैसी फिल्मों के लिए अरुणा को फिल्मफेयर का बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के अवॉर्ड से नवाजा गया. इसके अलावा उन्हें 2012 में फिल्मफेयर का लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड भी दिया जा चुका है. अरुणा ईरानी की पर्सनल लाइफ भी कभी चर्चा में रह चुकी है. बॉम्बे टू गोवा में अरुणा ने महमूद के साथ काम किया था. इसके बाद दोनों की लिंक अप की खबरें आम हो गई थीं.
दोनों ने 'औलाद', 'हमजोली','नया जमाना' , 'गरम मसाला' और 'दो फूल' समेत कई फिल्मों में काम किया और इनकी जोड़ी काफी हिट मानी जाती थी. महमूद अरुणा को काफी पसंद करते थे लेकिन जब अरुणा को लगा कि महमूद उनके लिए बहुत ज्यादा पजेसिव हो रहे हैं तो उन्होंने महमूद से दूरियां बना लीं और अपने करियर पर फोकस करने लगीं. अरुणा ने 300 फिल्मों में काम करने के अलावा टेलीविजन पर भी लंबी पारी खेली है. 'कहानी घर घर की', 'झांसी की रानी', 'देखा एक ख्वाब', 'परिचय', 'संस्कार धरोहर अपनों की' जैसे टीवी सीरियलों में उन्हें दमदार रोल्स में देखा जा चुका है.