बॉलीवुड की धक-धक गर्ल माधुरी दीक्षित ने सालों तक अपनी दमदार अदाकारी और अपने डांस के हुनर से करोड़ों दिलों पर राज किया. 90 के दशक में माधुरी ने इंडस्ट्री के तमाम बड़े निर्माता-निर्देशक के साथ काम कर अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया. यूं तो माधुरी ने अपने करियर में कई शानदार फिल्में की मगर एक फिल्म ऐसी थी जिसके बाद से उनके करियर ने एक अलग ही मोड़ ले लिया था और उस फिल्म का नाम है 'मृत्युदंड'.


माधुरी दीक्षित को एक दमदार एक्ट्रेस के तौर पर बॉलीवुड में स्थापित करने वाली फिल्म 'मृत्युदंड' साल1997 में रिलीज हुई थी. माधुरी के साथ इस फिल्म में शबाना आज़मी और शिल्पा शिरोड़कर जैसे शानदार अभिनेत्रियों ने भी खूब वाहवाही लूटी थी. साथ ही फिल्म में ओम पुरी, मोहन जोशी, मोहन अगाशे, हरीश पटेल,अयूब खान भी अहम किरदारों में नज़र आए.



जब माधुरी ने डायरेक्टर अनिल अजिताभ की फिल्म 'मृत्युदंड' की, तब मसाला फिल्मों का दौर था. उस साल 'बॉर्डर',' इश्क', 'परिंदे', 'गुप्त', 'जिद्दी', 'दिल तो पागल है' 'हीरो नंबर वन', 'कोयला', 'जुदाई' और 'दीवाना मस्ताना' जैसी कमाल की फिल्में रिलीज हुई थीं और इन सबके बीच में 'मृत्युदंड' ने अपनी अलग पहचान बनाई थी. हालांकि इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर बहुत ज्यादा सफलता नहीं मिली थी लेकिन आज भी इस फिल्म को अपनी दमदार कहानी और किरदार के लिए याद किया जाता है.



फिल्म 'मृत्युदंड' को लेकर माधुरी दीक्षित की जमकर तारीफ होने लगी. इतना ही नहीं इस फिल्म को उस साल लंदन फिल्म फेस्टिवल में प्रीमियर के लिए भी आमंत्रित किया गया था, साथ ही महाराष्ट्र सरकार ने फिल्म के विषय और माधुरी के किरदार के सम्मान में इसे टैक्स फ्री तक कर दिया था. इसके अलावा इस फिल्म को जेनेवा फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट फिल्म का स्पेशल ज्यूरी अवॉर्ड और बैंकॉक फिल्म फेस्टिवल में इसने बेस्ट फीचर फिल्म का ऑडियंस अपने नाम किया. वहीं माधुरी दीक्षित को इस फिल्म के लिए बेस्ट एक्ट्रेस के अवॉर्ड से नवाज़ा गया था.


हालांकि जब माधुरी ने फिल्म 'मृत्युदंड' साइन की थी तब उन्हें कई लोगों ने इस फिल्म को ना करने का सुझाव दिया था. उनका कहना था कि माधुरी इस तरह की ऑफबीट फिल्मों के लिए नहीं बल्कि मसाला फिल्मों के लिए बनी हैं. सबके मना करने के बाद भी माधुरी ने इस चैलेंज को लिया और वो कर दिखाया कि सब हैरान रह गए.