हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना ने 70 के दशक में ना जाने कितनी हिट फिल्में दी. उनका हर अंजाद दर्शकों को खूब भाता था. ये वो दौर था जब काका की कोई भी फिल्म रिलीज होने से पहले ही हिट करार दी जाती थी. लगातार हिट पे हिट देने वाले राजेश खन्ना ने अपने दौर की हर बड़ी एक्ट्रेस के साथ-साथ हर बड़े निर्माता-निर्देशक के साथ भी काम किया और ऐसा होना लाज़मी भी था क्योंकि काका सिनेमाघरों में दर्शकों को खींच लाने में माहिर थे. वैसे तो राजेश खन्ना ने अपने करियर में रोमांटिक फिल्मों में ज्यादा काम किया है लेकिन साथ ही उन्होंने पारिवारिक फिल्मों में भी काम किया एक रही 'अवतार' और दूसरी फिल्म थी 'अमृत', लेकिन खास बात ये थी कि इन दोनों ही फिल्मों में राजेश खन्ना ने अपनी उम्र से बड़े आदमी यानि एक बुजुर्ग आदमी का किरदार निभाया था.
27 जून 1986 को भी रिलीज हुई फिल्म 'अमृत' में राजेश खन्ना के साथ एक्ट्रेस स्मिता पाटिल लीड रोल में नजर आईं. हालांकि फिल्म की कहानी काफी सिंपल थी कि ऐसे अपने ही परिवार वाले घर के बुजुर्गों को बोझ समझते हैं, लेकिन हिंदी सिनेमा के पूर्व गायक मोहम्मद अजीज के गाने 'दुनिया में कितना गम है, मेरा गम कितना कम है' ने इस फिल्म को सदा के लिए अमर बना दिया. इस दर्द भरे नगमे को आनंद बक्षी और लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने लिखा था. इस फिल्म में राजेश खन्ना ने घर के बुजुर्गों के सामने आने वाली परेशानियों को दर्शाने वाले बेहतरीन किरदार को निभाया जिसे दर्शकों ने भी काफी पसंद किया. वैसे तो इस तरह की बहुत सी पारिवारिक फिल्में इससे पहले भी बॉलीवुड में बनती आई थी जिसमें बुजुर्ग दंपत्ति को घर के बेटा बहू परेशान करते हैं, लेकिन आगे चलकर दोनों दोनों एक दूसरे के साथ आ जाते हैं और सुख दुख में एक-दूसरे का साथ देते हैं.
इस फिल्म में जहां स्मिता पाटिल ने 30 साल की उम्र में एक बूढ़ी औरत का किरदार निभाया तो वहीं राजेश खन्ना ने भी 44 की उम्र में दादा का किरदार निभाया. अपनी अपनी उम्र से कहीं ज्यादा बड़ी उम्र के किरदार निभाकर स्मिता और राजेश खन्ना ने लोगों की खूब वाहवाही लूटी और फिल्म ने टिकट खिड़की पर दोनों हाथों से दौलत बटोरी थी. हालांकि जिस साल ये फिल्म रिलीज हुई उसी साल दिसंबर के महीने में स्मिता पाटिल अपने और राज बब्बर के बच्चे को जन्म देने के बाद दुनिया छ़ोड़ गईं. आपको बता दें कि इस फिल्म में स्मिता का होना भी एक संयोग ही रहा क्योंकि सुपरहिट फिल्म 'अवतार' की रिलीज के बाद जब मोहन कुमार ने फिल्म 'अमृत' को शुरू किया था तो इस फिल्म का नाम उन्होंने 'अपराधी' रखा था और अपनी पिछली फिल्म की तरह ही वो इसमें भी राजेश खन्ना के साथ शबाना आज़मी की जोड़ी को ही दिखाना चाहते थे, लेकिन ऐसा हो ना सका, जिसके बाद ये फिल्म स्मिता पाटिल को मिली.