‘थ्री इडियट्स’ के असली ‘फुंसुक वांगडु’ को यूनिवर्सिटी बनाने के लिए चाहिए 14 करोड़ रुपये
वांगचुक बहुत पहले लद्दाख में शिक्षा सुधार और स्थानीय बच्चों को इंटरमीडिएट तक की परीक्षा में सफल कराने के लिए 'सेकमोल' की स्थापना कर चुके हैं और अब वो कुछ ऐसा करना चाहते हैं जो क्षेत्र के बच्चों की अधिक मदद करेगा और उन्हें बेहतर वेतन दिलाने में सहायता करेगा.
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उनकी ये यूनीवर्सिटी स्किल बेस्ड ट्रेनिंग मुहैया कराएगा. यूं तो इसकी पूरी लागत करीब 800 करोड़ रुपये है, लेकिन इसमें कोर्स चलाने के लिए उन्हें 14 करोड़ रुपये चाहिए. इसमें से सात करोड़ रुपये की राशि कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) और सात करोड़ रुपये क्राउड फंडिंग से जुटाने का लक्ष्य रखा गया है. क्राउड फंडिंग से अब तक वांगचुक 4.6 करोड़ रुपये जुटा चुके हैं.
वांगचुक बहुत पहले लद्दाख में शिक्षा सुधार और स्थानीय बच्चों को इंटरमीडिएट तक की परीक्षा में सफल कराने के लिए 'सेकमोल' की स्थापना कर चुके हैं और अब वो कुछ ऐसा करना चाहते हैं जो क्षेत्र के बच्चों की अधिक मदद करेगा और उन्हें बेहतर वेतन दिलाने में सहायता करेगा.
वांगचुक ने कहा कि उनकी योजना लद्दाख क्षेत्र की फयांग घाटी में 200 एकड़ से ज्यादा भूमि पर यह स्किल बेस्ड यूनीवर्सिटी बनाने की है. इसका नाम उन्होंने हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स लद्दाख रखा है. इस परियोजना के लिए लद्दाख हिल परिषद भूमि भी आवंटित कर चुकी है.
इससे पहले टीवी के चर्चित शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ में भी वांगचुक ने सिने अभिनेता अमिताभ बच्चन के सामने इसका जिक्र किया था. वांगचुक ने इसके लिए पिछले साल क्राउड फंडिंग से राशि जुटानी शुरू की थी.
उन्होंने कहा, "पहले चरण में हम मार्च-अप्रैल 2018 में एकीकृत पर्वतीय विकास पाठ्यक्रम (इंटीग्रेटेड माउंटेन डेवलपमेंट कोर्स) शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं. इसके लिए हमें 14 करोड़ की जरूरत है. इसमें से 7 करोड़ रुपये 26 जनवरी 2018 तक क्राउड फंडिंग के जरिए और बाकी सीएसआर से जुटाने का लक्ष्य है.”
वांगचुक के इस अभियान में दो स्कूली बच्चों ने भी योगदान दिया. इसमें गुड़गांव के एक स्कूली छात्र अर्जुन राजावत ने अभियान चलाकर एक लाख रुपये एकत्र किए हैं. इसी प्रकार मुंबई के एक स्कूल के बच्चों ने विभिन्न गतिविधियों के जरिए दो लाख रुपये जुटाए हैं.
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