बॉलीवुड में यूं तो हर साल हज़ारों फिल्में बनती हैं लेकिन कुछ फिल्में दर्शकों के मन में ऐसी छाप छोड़ती हैं कि उनका जिक्र करते ही हर कोई उत्साहित हो उठता है. बीते कुछ सालों में कई ऐसी फ़िल्में देखने को मिली हैं जिनके अंत ने दर्शकों को खासा प्रभावित किया है. आज नजर डालते हैं कुछ ऐसी ही फिल्मों पर जिनकी एंडिंग ने दर्शकों को उनकी सीट से चिपकने को मजबूर कर दिया.


1) दृश्यम



2015 में आई इस फिल्म में अजय देवगन, श्रेया सरन, तब्बू, इशिता दत्ता ने मुख्य भूमिका निभाई थी. यह इसी नाम से आई मलयालम फिल्म की रीमेक थी. फिल्म में अजय देवगन ने विजय नाम के शख्स की भूमिका निभाई थी जो कि अपने परिवार को बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है. खासकर फिल्म का क्लाइमैक्स इतना दिलचस्प था कि यह बेस्ट फिल्मों ने शुमार की जाने लगी. जिसने भी फिल्म देखी होगी वो ये कयास लगाता रहता है कि लड़के की बॉडी कहां और कैसे छुपायी गई होगी लेकिन जब परिवार की चालाकी सामने आती है तो सब हैरान रह जाते हैं.
2) कहानी



2012 में आई 'कहानी' में भी विद्या बालन अपनी जबरदस्त एक्टिंग और कहानी के बल पर जबरदस्त सस्पेंस बनाने में कामयाब होती नजर आई थीं. आखिर तक उन्हें फिल्म में प्रेग्नेंट महिला के किरदार में दिखाया जाता है लेकिन जब अंत में पता चलता है कि वह प्रेग्नेंट होने का नाटक करती हैं तो दर्शकों के पैरों तले ज़मीन खिसक जाती है.
3) जॉनी गद्दार



2007 में आई 'जॉनी गद्दार' नील नितिन मुकेश की अब तक की बेस्ट फिल्म कही जाए तो गलत नहीं होगा. उनका ग्रे किरदार आज भी दर्शक भूले नहीं हैं. फिल्म की ट्विस्ट से भरी एंडिंग भी धमाकेदार थी. एंडिंग में दिखाया जाता है कि अश्विनी कलसेकर के गोली मारने के बाद नील की मौत हो जाती है लेकिन वह उसे गोली क्यों मारती है? यह जवाब जानने के लिए अगर आपने फिल्म नहीं देखी तो आप तुरंत देखिए.
4) अंधाधुन



आयुष्मान खुराना, तब्बू और राधिका आप्टे स्टारर 'अंधाधुन' भी ट्विस्ट और टर्न की वजह से दर्शकों को अंत तक बांधे रखने में कामयाब रही थी. श्रीराम राघवन निर्देशित इस फिल्म में आयुष्मान ने अंधे पियानो प्लेयर का रोल अदा किया था लेकिन अंत में पता चलता है कि वो अंधे नहीं होते बल्कि नाटक करते हैं.
5) वास्तव



1999 में आई महेश मांजरेकर निर्देशित 'वास्तव' संजय दत्त के फ़िल्मी करियर को पटरी पर लाने के लिए जानी जाती है. इससे पहले संजय की लगातार 12 फिल्में पिटी थीं. ऐसे में जब संजय ने इस फिल्म में अंडरवर्ल्ड डॉन का किरदार निभाया तो दर्शकों ने उन्हें खासा पसंद किया. खासकर क्लाइमैक्स में जब वह मां रीमा लागू से खुद को गोली मारने के लिए कहते हैं तो सब दंग रह जाते हैं.