मुंबई: बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन के अंदर अभिनय के शोले करीब 50 सालों से लगातार भड़क रहे हैं. 15 फरवरी 1969 को अमिताभ ने अपनी पहली फिल्म 'सात हिंदुस्तानी' साइन की थी. तब से लेकर अब तक उन्होंने अपने करियर में पेश आने वाली तमाम मुश्किलों का सामना किसी मुकद्दर के सिकंदर की तरह किया है. अपने करियर में अमिताभ कामयाबी की राह में आने वाली ऊंची से ऊंची दीवार को भी पार कर गए. लाइट कैमरा और एक्शन की दुनिया के अग्निपथ पर ये कालिया किसी डॉन की तरह पिछले 50 सालों से अपने कदमों को जमाए हुआ है.


अमिताभ बच्चन को उनकी आवाज़ की वजह से ऑल इंडिया रेडियो में नौकरी नहीं दी गई थी. अमिताभ बच्चन ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने इंग्लिश और हिंदी दोनों में कोशिश की थी, लेकिन उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया था. लेकिन एक वो दिन था और एक आज का दिन है, जब अमिताभ बच्चन की आवाज़ के करोड़ों चाहने वाले हैं. उनकी ज़ुबां से निकलने वाले शब्द जब किसी फिल्मी डायलॉग की शक्ल लेते हैं तो लोग तारीफ करते नहीं थकते. उनकी कोई ऐसी फिल्म नहीं, जिसके डायलॉग्स लोगों को पसंद न आए हों. दीवार से लेकर शोले और ज़ंजीर से लेकर पिंक तक, हर फिल्म में बिग बी ने अपने दमदार डायलॉग्स से दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर किया है.



ये हैं अमिताभ बच्चन के 10 ऑल टाइम हिट डायलॉग्स:-


नो.. नो यॉर ऑनर, न सिर्फ एक शब्द नहीं, अपने आप में एक पूरा वाक्य है यॉर ऑनर... इसे किसी तर्क, स्पष्टीकरण, एक्सप्लेनशन या व्याख्या की जरूरत नहीं होती, न का मतलब न ही होता है, माई क्लाइंट सैड नो यॉर ऑनर,  एंड दीज़ ब्वॉयज़ मस्ट रियलाइज, No का मतलब No होता है. उसे बोलने वाली लड़की कोई परिचित हो, फ्रेंड हो, गर्लफ्रेंड हो, कोई सेक्स वर्कर हो या आपकी अपनी बीवी ही क्यों न हो... No means No... एंड When समवन सेस सो.... यू Stop.”: पिंक 


रिश्ते में तो हम तुम्हारे बाप होते हैं, नाम है शहंशाह: शहंशाह


हम भी वो हैं जो कभी किसी के पीछे खड़े नहीं होते, जहां खड़े हो जाते हैं, लाइन वहीं से शुरू होती है: कालिया


डॉन का इंतज़ार तो 11 मुल्कों की पुलिस कर रही है, लेकिन सोनिया, एक बात समझ लो, डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है: डॉन


एइसा तो आदमी लाइफ में दोइच टाइम भागता है, ओलिंपिक का रेस हो या पुलिस का केस हो: अमर अकबर एंथोनी


हां डैडी लेकिन आप एक बात भूल रहे हैं कि आप जैसे तमाम बटन वालों के ऊपर भी एक बैठा हुआ है, जिसके हाथ में मेन स्विच है, ज़िंदगी, तकदीर ये सब, असली करंट तो वहीं से आता है, उसने अगर किसी दिन मेन स्विच ऑफ कर दिया तो: शराबी


विजय दीनानाथ चौहान पूरा नाम, बाप का नाम दीनानाथ चौहान, मां का नाम सुहासिनी चौहान, गांव मांडवा, उमर 36 साल, 9 महीना 8 दिन ये..ये  16वां घंटा चालू है : अग्निपथ


मैं आज भी फेंके हुए पैसे नहीं उठाता: दीवार


ये पुलिस स्टेशन है, तुम्हारे बाप का घर नहीं: ज़ंजीर


अब क्या बताएं मौसी, लड़का तो हीरा है हीरा: शोले


गोवर्धन सेठ समंदर में तैरने वाले कुओं और तालाबों में डुबकी नहीं लगाया करते: मुकद्दर का सिकंदर


यहां देखें बिग बी के हिट डायलॉग्स का वीडियो...