72 Hoorain: आतंकवाद और ब्रेनवॉश एजेंडा का पर्दाफाश करती फिल्म ‘72 हूरें’ (72 Hoorain) को लेकर विवाद लगातार जारी है. हाल ही में खबर आई थी कि फिल्म के मेकर्स को CBFC की तरफ से झटका लगा है और सेंसर बोर्ड ने फिल्म के ट्रेलर को हरी झंडी देने से इनकार कर दिया था. हालांकि अब इस पूरे मामले पर सेंसर बोर्ड का भी पक्ष सामने आया है. सेंसर बोर्ड की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक फिल्म के ट्रेलर को रिजेक्ट नहीं किया गया था बल्कि फिल्म को ‘ए’ सर्टिफिकेट दिया गया था. सेंसर बोर्ड ने ट्रेलर रिजेक्ट करने की खबरों को भ्रामक बताते हुए इसका खंडन किया है.


फिल्म को दिया गया था ए सर्टिफिकेट-सेंसर बोर्ड


वहीं सेंसर बोर्ड की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक नोटिस के साथ फिल्म के मेकर्स को तय प्रक्रिया के मुताबिक जरूरी दस्तावेज दाखिल कराने की मोहलत भी दी गई थी. जिसके बाद एडिटिंग के साथ इस ट्रेलर को रिलीज करने की अनुमति दी जानी थी. वहीं बोर्ड की तरफ से कहा गया है कि नोटिस पर अभी तक मेकर्स की कोई प्रतिक्रिया बोर्ड को नहीं मिली है.



फिल्म का ट्रेलर डिजिटली किया गया रिलीज


दरअसल, फिल्म 72 हूरें में आतंकवाद और भोले-भाले लोगों के ब्रेनवॉश जैसे मुद्दों को बेहद मुखरता के साथ उठाया गया है. इस फिल्म के संवेदनशील विषय को लेकर पहले ही अलग-अलग तबकों से अलग-अलग प्रतिक्रिया देखने को मिली थी. हालांकि सेंसर बोर्ड से ट्रेलर रिलीज की परमिशन ना मिलने के बाद भी मेकर्स पीछे नहीं हटे थे और इस फिल्म का ट्रेलर डिजिटली रिलीज कर दिया गया.


पैसे कमाने के लिए नहीं बनाई फिल्म-मेकर्स


फिल्म को लेकर मेकर्स का कहना है कि ये फिल्म उन्होंने पैसे कमाने के लिए नहीं बल्कि एक बेहद गंभीर और संवेदनशील मुद्दे पर लोगों का ध्यान खींचने के लिए बनाई है. वहीं अब इस फिल्म के ट्रेलर को लेकर छिड़े विवाद में CBFC ने भी अपना पक्ष सामने रख दिया है.


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