मुंबईः पद्ममश्री और संगीत नाटक अकादमी जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त कर चुके 94 साल के संगीतकार वनराज भाटिया एक बार फिर से मुश्किल आर्थिक दौर से गुजर रहे हैं. दो साल पहले जब पहली बार उनकी खस्ताहाल होने की खबर दुनिया के सामने आई थी तो आमिर खान के अलावा इंडस्ट्री के तमाम लोगों ने उनकी आर्थिक सहायता की थी. उस वक्त संगीत नाटक अकादमी और संगीत से जुड़ी संस्था द इंडियन परफॉर्मिंग राइट सोसायटी (आईपीआरेस) की ओर से भी उन्हें मदद पहुंचाई गयी थी.


पिछले कई सालों से दक्षिण मुम्बई में रहनेवाले वनराज भाटिया का केयर टेकर सुजीत उनकी देखभाल कर रहा था मगर लाखों रुपये के गबन के आरोप के बाद सुजीत को वनराज भाटिया ने पिछले साल अक्टूबर महीने में काम से निकाल दिया था.


सुजीत पर आर्थिक सहायता के तौर पर समय-समय पर मिलनेवाले पैसों में से चार लाख रुपये से अधिक के गबन का आरोप है. इस वक्त वनराज भाटिया की देखभाल का जिम्मा उनके नये केयर टेकर गजानन शंकर धनावडे पर है जिन्होंने एबीपी न्यूज़ से उनकी बुरी दशा के बारे में विस्तार से बात की.


एबीपी न्यूज़ ने जब गजनान को फोन से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि एक बार फिर आर्थिक संकट से जूझ रहे वनराज भाटिया को अब मेडीकल इंश्योरेंस की सालाना 50,000 रुपये की किश्त चुकानी है लेकिन इसके लिए उनके पास बिल्कुल पैसे नहीं हैं.


गजानन ने बताया, "वनराज भाटिया की रोजाना की जरूरतों और दवाइयों का खर्च भी उनके चाहनेवालों द्वारा मदद के तौर दिये जानेवाले पैसों से निकलता है. इस बीच उन्हें सालाना तौर पर भरे जाने वाले मेडिकल इंश्योरेंस के भी पैसे नहीं हैं."


वनराज भाटिया के नये केयर टेकर गजानन ने एबीपी न्यूज़ से कहा, "जब वनराज सर को सुजीत द्वारा किये गये गबन का पता चला तो उन्हें बहुत दुख हुआ और पहले से ही खराब उनकी तबीयत और खराब हो गयी थी. सुजीत पर सालों से रहा उनका भरोसा टूट गया था. ऐसे में उन्होंने सुजीत को अपनी देखभाल की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया."


गजानन ने बताया, "सुजीत बैंक से पैसे निकालने के लिए वनराज सर से अक्सर कोरे चेक पर साइन करवाता था. चूंकि वनराज इस हालत में नहीं हैं कि वे बैंक में जाकर खुद पैसों का लेन-देन कर सकें तो ऐसे में आर्थिक मामलों की जिम्मेदारी भी सुजीत पर ही थी. मगर सुजीत ने उनके विश्वास का फायदा उठाया. सुजीत पिछले एक फिर से काम मांगने के लिए लौटे सुजीत को वनराज भाटिया ने फिर से अपनी देखभाल की जिम्मेदारी से साफ मना कर दिया था. पिछले साल के अक्टूबर महीने से मैं ही उनकी देखभाल कर रहा हूं."


वनराज भाटिया के संगीत और उनकी शख्सियत के कायल रहे और विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में लम्बे समय से संगीत से जुड़े लेख लिखते रहे पवन झा ने भी ट्वीटर पर वनराज भाटिया की खराब आर्थिक हालत पर विस्तार से लिखा है. एबीपी न्यूज़ से बातचीत में उन्होंने कहा, "तमाम अपील करने के बाद 2 साल पहले भी उन्हें आर्थिक मदद मिली थी और अब एक बार फिर उनके लिए पैसे इकट्ठे हो जाएंगे मगर जरूरत इस बात की है कि सरकार को कम से कम पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त कलाकारों के लिए कोई पेंशन योजना शुरू करनी चाहिए ताकि ऐसे कलाकारों को अपने बुरे वक्त में आर्थिक संकट के दौर से न गुजरना पड़े."


संगीतकार वनराज भाटिया अंकुर, मंथन, 36 चौरंगीलेन, निशांत, भूमिका, कलयुग, मंडी, हिप हिप हुर्रे, मोहन जोशी हाजिर हो जैसे तमाम फिल्मों को अपने संगीत से सजा चुके हैं. इसके अलावा उन्हें कई फिल्मों में पार्श्व संगीत दिया है और कई फिल्मों में गाने भी गाये हैं जिनमें से अधिकतर उनके संगीतबद्ध किये गये गीतों का शुमार है.


Valentine’s Day पर वरुण धवन ने पत्नी नताशा दलाल के लिए कही ये बात, शेयर की यह खूबसूरत तस्वीर


Valentine’s Day पर भाग्यश्री ने अपने पति संग शेयर की ये रोमांटिक तस्वीर, इंटरनेट पर हो रही वायरल