इमरजेंसी, आडवाणी से मतभेद भी नहीं रोक पाई थी अटल बिहारी वाजपेयी की राह, जानें PM बनने की कहानी
लंबे समय तक हजारिका के सहयोगी रहे और उस कार्यक्रम में गिटार वादक कमल कातकी याद करते हैं कि जब वे लोग कार्यक्रम का समापन करने वाले थे तब एक व्यक्ति एक पर्ची लेकर आया. उन्होंने कहा, ‘‘उस पर भूपेंद्र का लोकप्रिय गाना ‘मोई ऐती जाजाबोर’ लिखा था और उसके पीछे अटलजी का नाम था. ’’
अटल बिहारी वाजपेयी: संघ कार्यकर्ता, कवि, पत्रकार के संसद पहुंचने तक का सफर
कातकी ने कहा, ‘‘अटलजी के अनुरोध पर भूपेनदा ने वह गाना गाया. बाद में जब हम उनसे मिले तो उन्होंने कहा कि वह पहली पंक्ति में बैठे हुए थे और उस गीत का इंतजार कर रहे थे. उन्होंने (अटल) ने कहा " वो गाना सुनने के लिए तड़प रहा था इसलिए ये अनुरोध भेजा.’’ वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने दादासाहब फाल्के पुस्कार विजेता हजारिका को गुवाहाटी से अपना प्रत्याशी बनाया था.