जानें, आखिर क्यों आमिर खान और शाहिद कपूर कोरोना को मात दे चुके लोगों से ब्लड डोनेट करने की कर रहे हैं अपील
ब्लड प्लाज्मा शरीर में मौजूद पीले रंग का तरल होता है. ये खून में 55 फीसदी तक मौजूद रहता है. जबकि शरीर में 41 फीसदी के आसपास रेड ब्लड सेल और 4 परसेंट वाइट ब्लड सेल होते हैं.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस से जारी लड़ाई में फिल्मी सितारे लोगों को जागरूक का काम कर रहे हैं. इसी कड़ी में अभिनेता आमिर खान और शाहिद कपूर ने कोरोना को मात दे चुके लोगों से अपील की है कि वो अपना प्लाज़मा डोनेट करें. इन सितारों ने बीएमसी के एक संदेश को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है.
शाहिद और आमिर ने बीएमसी का जो पोस्टर शेयर किया है, उसमें लिखा है, "कोविड-19 के जो मरीज़ ठीक हो चुके हैं, उनमें एंटीबॉडीज़ हैं, जो वायरस से बचाती है. वे लोग अपना खून दान कर सकते हैं और उनका प्लाज़मा कोविड-19 के गंभीर मरीज़ों के इलाज में इस्तेमाल हो सकता है. मरीज़ पूरी तरह से ठीक होने के चार हफ्ते बाद प्लाज़मा डोनेट कर सकते हैं, लेकिन अगर उनका स्वैब टेस्ट नेगेटिव आया था, तो वे जल्दी भी डोनेट कर सकते हैं."
आमिर और शाहिद से पहले अजय देवगन ने भी कोविड-19 से रिकवर हो चुके लोगों से खून दान करने की अपील की. उन्होंने लिखा, "अगर आप कोविड-19 से रिकवर हो चुके हैं, तो आप कोरोना वॉरियर हैं. हमें इस अदृश्य दुश्मन से जीतने के लिए इस तरह के वॉरियर की एक आर्मी चाहिए. आपके खून में ऐसी गोली है, जो वायरस को मार सकती है. कृपया अपना खून दान करें, ताकि और लोग, खासकर गंभीर मरीज़ ठीक हो सकें."
प्लाज़्मा थेरेपी से कैसे होता है इलाज?
एक कोरोना का मरीज है, जिसने कोरोना को मात दी है. वो ठीक इसलिए हो पाया क्योंकि उसके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता ने कोरोना को हरा दिया. उसे खत्म कर दिया. अब कोरोना से ठीक हुए मरीज का खून इकट्ठा किया जाता है. उसके खून से प्लाज्मा निकाला जाता है और इस प्लाज्मा को नए कोरोना मरीज में चढ़ाया जाता है. ऐसा करने से कोरोना संक्रमित मरीज में एंटीबॉडीज बनती है. उसके शरीर में कोरोना से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता मजूबत होती है. उम्मीद की जाती है कि कोरोना के खिलाफ तैयार हुए इस प्रतिरोधक क्षमता से कोरोना के विषाणु को खत्म किया जा सकता है.
ब्लड प्लाज्मा थेरेपी में बीमारी से स्वस्थ्य हुए मरीज के शरीर से प्लाज्मा निकाला जाता है. क्या होता है ब्लड प्लाज्मा इसे समझिए.
ब्लड प्लाज्मा शरीर में मौजूद पीले रंग का तरल होता है. ये खून में 55 फीसदी तक मौजूद रहता है. जबकि शरीर में 41 फीसदी के आसपास रेड ब्लड सेल और 4 परसेंट वाइट ब्लड सेल होते हैं. खून में मौजूद ब्लड प्लाज्मा की वजह से ही पूरे शरीर में रक्त का संचार होता है. ब्लड प्लाज्मा में 91 परसेंट पानी होता है जबकि 9 फीसदी हिस्से में शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्व जैसे विटेमिन, मिनरल और प्रोटीन होता है.