सालों पहले आई गोविंदा की वो फिल्म जिसने की ब्लॉकबस्टर कमाई, लेकिन आमिर खान ने कह डाला था बकवास, जानें वजह
Aankhen Kissa: बॉलीवुड के हीरो नंबर वन गोविंदा ने अपने करियर में कई हिट फिल्में दी हैं. जिसमें से एक 'आंखें' भी है. लेकिन आमिर खान ने एक्टर की इस फिल्म का बकवास और वल्गर कहा था. जानें क्यों....
Govinda Movie Aankhen: गोविंदा अपने दौर के सक्सेसफुल सितारों में से एक हैं. गोविंदा के स्टारडम का अंदाजा आज भी उनके फैन्स की दीवानगी से लगाया जा सकता है. गोविंदा ने हर फ्लेवर की फिल्म में खुद को साबित किया है. 90 के दशक में गोविंदा की एक्शन, डांस और कॉमेडी से भरपूर मसाला फिल्में फैन्स के लिए किसी ट्रीट से कम नहीं होती थी. लेकिन एक बार आमिर खान ने गोविंदा की सुपरहिट फिल्म को बकवास कह दिया था. आखिर क्यों आमिर खान ने ऐसा बोला, आज आपको बताते हैं.
90 के दशक में ब्लॉकबस्टर रही थी ‘आंखें’
दरअसल 90 के दशक में गोविंदा बॉलीवुड के दिग्गज स्टार्स में से एक थे. साल 1993 में गोविंदा की फिल्म ‘आंखें’ रिलीज हुई थी और इस फिल्म ने ताबड़तोड़ कमाई भी की थी. दर्शकों ने भी इस फिल्म को पसंद किया था और कमाई के मामले में भी ये उस साल की सबसे ज्यादा कमाई वाली फिल्मों में शुमार थी.
डेविड धवन के डायरेक्शन में बनी ये एक्शन पैक्ड फिल्म गोविंदा के करियर की सबसे बड़ी हिट्स में शामिल है. इस फिल्म में गोविंदा के साथ चंकी पांडेय भी अहम किरदार में थे. लेकिन आमिर खान को ये फिल्म पसंद नहीं आई थी और उन्होंने इस फिल्म को बकवास और वल्गर करार दे दिया था.
आमिर ने क्यों कहा था ‘आंखें’ को बकवास
फिल्म ‘आंखें’ के गाने आज भी दर्शकों की जुबान पर हैं. लेकिन आमिर खान की नजर में ये फिल्म बकवास थी. आमिर खान ने एक बातचीत के दौरान कहा था कि डेविड धवन मेरे अच्छे मित्र हैं लेकिन उनकी इस फिल्म ने मुझे निराश किया है. ये फिल्म ना सिर्फ बकवास है बल्कि कई जगहों पर वल्गर भी है.
आमिर खान ने फिल्म को लेकर कहा था कि ये फिल्म बेहद क्रूर दिखाई देती है. मुझे ये फिल्म बिल्कुल भी पसंद नहीं आई. ना जाने वो कैसे लोग हैं जो इस तरह की फिल्मों को पसंद करते हैं. आमिर खान ने कहा कि ये वो दौर था जब कोई भी ऊटपटांग फिल्म लोगों को पसंद आ जाती थी.
बम धमाकों की वजह से लोगों ने पसंद की फिल्म – आमिर खान
आमिर खान ने फिल्म की आलोचना करते हुए कहा कि ये वो दौर था जब मुंबई के लोग बम धमाकों से उबर रहे थे. उनके मन में निगेटिविटी की भावना थी. ऐसे में शायद इस फिल्म के मसाला एंटरटेनमेंट ने लोगों को कुछ नया दिया. हालांकि ये फिल्म बिल्कुल बकवास थी.
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