ऑडिशन में हुए फेल, आखिरी वक्त में प्ले से निकाले गए, आज हैं बॉलीवुड के सुपरस्टार
Actor Thrown Out of Theatre: एक्टर आज सुपरस्टार में गिने जाते हैं. हालांकि, उन्होंने अपने करियर की जर्नी में बहुत मुश्किलें देखी हैं. उन्होंने थिएटर से काम शुरू किया था.
Actor Thrown Out of Theatre: आमिर खान इंडस्ट्री के मिस्टर परफेक्शनिस्ट हैं. उन्होंने अपनी बेहतरीन अदायगी के दम पर पहचान बनाई और बॉलीवुड के सुपरस्टार बन गए. उनकी फिल्में करोड़ों में कमाई करती हैं. हालांकि, एक्टर के लिए इंडस्ट्री में एंट्री इतनी आसान नहीं रही. उन्होंने बैकस्टेज भी काम किया है.
मालूम हो कि आमिर खान ने हाल ही में कपिल शर्मा के शो में एंट्री की थी. इस शो में उन्होंने बताया कि कैसे वो एक्टर बने थे. उन्होंने एक्टर बनने का क्रेडिट महाराष्ट्र बंद को दिया था.
एक्टिंग के खिलाफ थे पिता
आमिर ने बताया था कि वो फिल्मी बैकग्राउंड वाली फैमिली से आते हैं. लेकिन फिर भी उनके पापा को आमिर का एक्टिंग में जाना पसंद नहीं था. अपने शुरुआती दिनों के बारे में बताते हुए आमिर ने कहा, 'मैंने डेढ़ साल तक बैकस्टेज काम किया. 2 प्ले भी किए. मेरी फैमिली में मेरे पापा और अंकल फिल्ममेकर थे. वो नहीं चाहते थे कि उनके बच्चे इस फील्ड में आएं. इसके पीछे कारण ये था कि ये बिजनेस में स्थिरता कम है. तो इसीलिए वोो चाहते थे कि हम खूब पढ़ें. वो हमारे इंडस्ट्री ज्वॉइन करने के खिलाफ थे. मेरे पापा शॉर्ट टेंपर थे. तो मेरी कभी हिम्मत नहीं थी कि मैं उनसे कहूं कि मैं फिल्म इंडस्ट्री ज्वॉइन करना चाहता हूं. मैं टेनिस खेलता था. पढ़ाई में बहुत अच्छा नहीं था. मैं संयोग से एक्टर बन गया.'
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3 महीने तक की 1 लाइन की रिहर्सल
आगे आमिर ने बताया था, 'मैं ऑडिशन में फेल हो जाता था इसीलिए मुझे कॉलेज प्ले करने का मौका नहीं मिला. लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी और मैंने गुजराती प्ले करने के बारे में सोचा. मैंने अप्लाई किया और सिलेक्ट हो गया. उस प्ले में मैं भीड़ में खड़ा था और मेरी एक लाइन थी. मैंने उसके लिए 3 महीने रिहर्सल की थी. लेकिन प्ले से 2 दिन पहले महाराष्ट्र बंद था तो मैं उस दिन रिहर्सल पर नहीं जा पाया. अगले दिन जब गया तो उन्होंने मुझे प्ले से बाहर कर दिया. मैं बहुत रोया. मुझे बहुत बुरा लग रहा था. तभी दो लड़के आए और उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैं डिप्लोमा फिल्म में काम करना चाहूंगा? मैं राजी हो गाया. दूसरे स्टूडेंट ने वो फिल्म देखी और मुझे दूसरी ऑफर की. दो फिल्मों को देखकर केतन मेहता ने मुझे होली में कास्ट किया. फिर होली देखने के बाद मंसूर और नसीर साहब ने मेरे साथ फिल्म करने का डिसाइड किया और वो फिल्म थी कयामत से कयामत तक.'
बता दें कि एक्टर को पिछली बार फिल्म लाल सिंह चड्ढा में देखा गया था. ये फिल्म चल नहीं पाई थी.