(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
सुशांत सिंह की मौत के बाद छिड़ी नेपोटिज्म को लेकर बहस, अभिषेक बच्चन बोले- मैंने कई निर्देशकों से मांगा था काम
अभिषेक बच्चन ने खुलासा किया है कि अमिताभ बच्चन का बेटा होने के बावजूद भी उन्हें अपने करियर में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा था.
सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद से फिल्म इंडस्ट्री में मौजूद नेपोटिज्म को लेकर एक बहस छिड़ गई है. लगातार ये आरोप लगाए जा रहे हैं कि नेपोटिज्म के चलते सुशांत सिंह राजपूत को किनारे कर दिया गया था. जिसके चलते उन्हें काम नहीं मिल रहा था और इन सभी कारणों के चलते उन्होंने आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठाया.
लेकिन अब कई स्टार किड्स ने अपने अनुभव भी साझा की हैं. इनमें महानायक अमिताभ बच्चन के बेटे अभिषेक बच्चन का नाम भी शामिल है. हाल ही में अभिषेक बच्चन ने खुलासा किया है कि अमिताभ बच्चन का बेटा होने के बावजूद भी उन्हें अपने करियर में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा था.
अभिषेक ने हाल ही में खुलासा किया, उन्होंने बताया, ''साल 1998 में मैं और राकेश ओम प्रकाश मेहरा अपना करियर एक साथ शुरू करने वाले थे. मैं उनके निर्देशन में काम करने वाला था लेकिन मुझे लॉन्च करने वाला कोई नहीं मिला. इसके लिए मैंने बहुत कोशिश की. मुझे याद भी नहीं की मैंने कितने निर्माताओं और निर्देशकों के चक्कर लगाए. मैंने कई लोगों से कहा कि मुझे एक्टिंग का एक मौका दें. इसके बाद हम दोनों ने खुद ही खुछ करने का विचार बनाया और फिल्म 'समझौता एक्स्प्रेस' पर काम शुरू किया. हालांकि वो फिल्म कभी बन नहीं सकी.''
अभिषेक बच्चन ने आगे लिखा कि कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें काम मिला. उन्होंने लिखा, 'किस्मत से आखिरकार जेपी साब को मेरी लुक पसंद आई और वो मेरे साथ आखिरी मुगल बनाना चाहते थे. हालांकि वो फिल्म भी नहीं बन सकी. बाद में उन्होंने मुझे रिफ्यूजी में काम दिया.'