बॉलीवुड एक्ट्रेस पूजा भट्ट ने सोमवार को कहा कि मतभेद देशभक्ति का सर्वश्रेष्ठ स्वरूप है. उन्होंने जोर दिया कि सीएए-एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों से हमें यह संदेश मिलता है कि अब आवाज उठाने का वक्त आ गया है.


दक्षिण मुंबई के कोलाबा में सीएए-एनआरसी के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि में आयोजित एक कार्यक्रम में कई अन्य हस्तियों के साथ भट्ट ने हिस्सा लिया था. कार्यक्रम का आयोजन परचम फाउंडेशन और वी द पीपल ऑफ महाराष्ट्र द्वारा किया गया था.


कार्यक्रम के वक्ताओं ने बाद में सरकार के प्रतिनिधियों को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें 30 दिनों के भीतर सीएए-एनआरसी-एनपीआर पर राज्य अधिकारियों का रुख जानने की मांग की गई. भट्ट ने कहा "हमारी चुप्पी हमें नहीं बचाएगी और न ही सरकार की. सत्ता पक्ष ने वास्तव में हमें एकजुट किया है." उन्होंने कहा, "छात्र (सीएए-एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं) हमें संदेश दे रहे हैं कि यह आवाज उठाने का समय है. मतभेद देशभक्ति का सबसे बड़ा रूप है."





आपको बता दें कि इन दिनों देश में व्यापक स्तर पर सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. इसे लेकर बॉलीवुड भी बंटा नजर आ रहा है, जहां एक तबका ऐसा है जो इस विरोध के विरोध में खड़ा दिखता है तो कुछ सेलेब्स इसके समर्थन में खड़े दिखते हैं. बीते दिनों इसी को लेकर एक्टर नसीरूद्दीन शाह और अनुपम खेर के बीच तीखी विवाद खड़ा हो गया था. जिसमें दोनों ने एक दूसरे को लेकर बयानबाजी की थी.