'बस्तर' में जेएनयू को लेकर अदा शर्मा ने किया कमेंट, अब बोलीं- 'मैं चाहती थी कि लोग सोचें कि मैंने उसे...'
Adah Sharma Reaction: अदा शर्मा की फिल्म बस्तर सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. फिल्म के टीजर में अदा ने एक ऐसा डायलॉग बोला था जिसके बाद उन्होंने जस्टिफिकेशन दी है.
Adah Sharma Justification: अदा शर्मा ने द केरला स्टोरी में अपनी शानदार एक्टिंग से सभी का दिल जीत लिया था. दे केरला स्टोरी में विपुल शाह और सुदीप्तो सेन के साथ काम करने के बाद अदा दोबारा ने इनके साथ काम किया है. अदा, विपुल और सुदीप्तो की जोड़ी बस्तर में नजर आई है. अदा शर्मा की बस्तर 15 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. रिपोर्ट्स की माने तो ये फिल्म छत्तीसगढ़ के नक्सल की असल जिंदगी पर आधारित है. फिल्म का टीजर और ट्रेलर रिलीज हो चुका है और इसे देखने के बाद से लोग खुश नहीं हैं. कई लोग बस्तर को प्रोपेगेंडा फिल्म बता रहे हैं. टीजर में अदा ने एक डायलॉग बोला है जिसे लेकर अब एक्ट्रेस ने सफाई दी है.
अदा शर्मा ने फिल्म में आईपीएस ऑफिसर नीरजा माथुर का किरदार निभाया है. जो नक्सल के साथ लड़ती नजर आएंगी. न्यूज18 शोशा को दिए इंटरव्यू में अदा शर्मा ने बताया कि उन्होंने जेएनयू को लेकर ऐसा डायलॉग क्यों बोला.
अदा ने दी सफाई
अदा ने कहा- जब आप बस्तर में नीरजा माथुर जैसी टफ ऑफिसर का किरदार निभाती हैं तो मैं चाहती थी कि लोग सोचें कि मैंने उसे सबसे मजबूत, सबसे निडर और शक्तिशाली तरीके से निभाया है. मैं चाहती हूं कि लोग फिल्म में मेरे कहे हर शब्द पर विश्वास करें. जब वह कहती है कि 76 जवानों को मार डाला गया और वह उन्हें गोलियों से भून देना चाहती है, तो वह ऐसा हताशा के कारण कह रही है क्योंकि उसने जवानों को गोली मारते और टुकड़ों में काटते देखा था. मैं शायद इसे अदा के रूप में नहीं कहूंगी लेकिन नीरजा के रूप में कहूंगी.
अदा ने आग कहा- जब लोग एक बार फिल्म देख लेंगे तो उन्हें समझ जाएगा कि फिल्म किस बारे में है. मैंने द केरला स्टोरी के समय भी कहा था- यह एक लोकतंत्र है - लोग फिल्म देखना या न देखना चुन सकते हैं, वे फिल्म देखने के बाद कमेंट कर सकते हैं या नहीं और हमें उन लोगों का भी सम्मान करना चाहिए जो फिल्म देखे बिना कमेंट कर रहे हैं क्योंकि यह उनकी पसंद है.
ये है डायलॉग
बता दें टीजर में अदा खान ने कहा था- पाकिस्तान के साथ 4 युद्धों में हमारे 8736 जवान शहीद हुए लेकिन क्या आपको पता है हमारे देश के अंदर नक्सलियों ने 15 हजार से ज्यादा जवानों की हत्या की है. बस्तर में हमारे 76 जवानों को नक्सलियों ने बड़ी क्रूरता से मारा था तो जेएनयू में जश्न मनाया गया. सोचिए हमारे देश की इतनी प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी हमारे जवानों की शहादत पर जश्न मनाती है. कहां से आती है ये सोच. बस्तर में भारत के टुकड़े करने की साजिश कर रहे हैं ये नक्सली और उनका साथ दे रहे हैं शहरों में बैठे लेफ्ट लिबरल सूडो इंटेलेक्चुअल्स. इन वामपंथियों को सड़क पर खड़ा करके सरेआम गोली मार दूंगी. चढ़ा देना फांसी पर.
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