Adil Hussain On Earthquake In Delhi: मंगलवार करीब रात 2 बजे दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. इस दौरान एक्टर आदिल हुसैन अपने परिवार के साथ दिल्ली में अपने घर से बाहर निकले, तो उन्हें क्या पता था कि यह एक एडवेंचर्स रात की शुरुआत है. हाथ में नकदी या आईडी कार्ड नहीं होने के कारण, अभिनेता और उनके परिवार को सुबह के समय दक्षिण दिल्ली में उनके घर से बाहर बंद कर दिया गया था, जब वे सुरक्षा उपाय के रूप में बाहर निकले.
उन्होंने बताया, “यहां तक कि जब जमीन हल्की-हल्की हिल रही होती है, तब भी मुझे घर से बाहर निकलने की आदत होती है, क्योंकि मैं इसी तरह असम में पला-बढ़ा हूं. क्योंकि विशेष रूप से असम में हल्के झटके बड़े झटकों का कारण बन जाते हैं, यही वजह है कि राज्य में उस तरह की चीजों का सामना करने के लिए घर बनाए जाते हैं, लेकिन दिल्ली में यह सभी कॉनक्रीट की इमारतें हैं''.
जब अभिनेता अपनी कार की चाबी लेने गए तो वह कैश और कार्ड लेना भूल गए. उन्होंने बताया, “किसी कारण से, दरवाजा अंदर से बंद हो गया. सुबह के दो बज रहे थे, और मेरे पास न तो कार्ड थे और न ही मेरे आईडी कार्ड. मैं कुछ होटलों में गया, लेकिन वे भरे हुए थे. शुक्र है कि मेरा दोस्त दिबांग किसी कारण से जाग गया था. उसने मेरा संदेश देखा और मुझे तुरंत फोन किया और फिर हम सब उसके घर में रात बिताने चले गए.”
वह स्वीकार करते हैं कि वह घटनाओं के मोड़ के बारे में चिंतित नहीं थे, लेकिन थक गया थे. उन्होंने कहा, “हमने सोचा था कि हम दिल्ली के चारों ओर ड्राइव करेंगे, और सुबह एक ताला बनाने वाले को ढूंढेंगे, और ताला ठीक करवा देंगे. मैं डरा या चिंतित नहीं था बल्कि थका हुआ था. इससे पहले मुझे अच्छी नींद नहीं आई. लेकिन हम निश्चित रूप से एक एडवेंचर्स रात के लिए तैयार थे. ”दि
भूकंप के अनुभव को पीछे मुड़कर देखते हुए वे कहते हैं, “शुरू में मुझे लगा कि मेरी मांसपेशियां हिल रही हैं क्योंकि मैं थक गया हूं. तभी अचानक मैंने पक्षियों के चिल्लाने की आवाज सुनी, और प्रोजेक्टर हिल रहा था, तभी मुझे एहसास हुआ कि यह भूकंप है."
अभिनेता, जो दक्षिण दिल्ली में रहते हैं, असम से हैं, और जमीन के हिलने की गंभीरता को समझते हैं. उन्हें उम्मीद है कि भूकंप के झटके सभी के लिए जगाने वाले होंगे. उन्होंने बताया, “असम में, घर लकड़ी के बने होते हैं और भूकंपरोधी होते हैं. कंक्रीट के ढांचे भूकंप के लिए बहुत खतरनाक होते हैं जब तक कि यह नींव से भूकंप प्रूफ न हो जो दिल्ली में ऐसा नहीं है. अगर भविष्य में कोई बड़ा भूकंप आता है, तो मुझे नहीं पता कि वहशहर में क्या करेगा... मैं एक गंभीर भविष्य की भविष्यवाणी नहीं करना चाहता. ”