अदनान सामी ने कहा- विदेशी मूल के लोगों को भी मिलता है यह सम्मान मैं तो भारतीय हूं
अदनान ने कहा कि विदेशी मूल के लोगों को भी पद्म सम्मानों से नवाजे जाने की प्रथा है और इस लिहाज से फिर भी वे एक भारतीय हैं, जिन्हें इस सम्मान से नवाजा गया है.
मुंबईः जाने-माने गायक और हाल ही में पद्मश्री सम्मान से नवाजे गये पाकिस्तान मूल के भारतीय गायक अदनान सामी ने हाल ही में रिलीज हुए सिंगल गाने 'तू याद आया' की खासियतों के बारे में विस्तार से एबीपी न्यूज़ से बात की. अदनान ने जहां इस गाने को गाया है, वहीं अपने पिछले कई मशहूर सिंगल्स की तरह ही इस गाने के वीडियो में भी खुद ही नजर आ रहे हैं और उनके साथ इस वीडियो में अभिनेत्री अदा शर्मा भी नजर आ रही हैं.
पद्मश्री से नवाजे जाने के बाद हुए विवाद और महाराष्ट्र की MNS जैसी पार्टी द्वारा उन्हें पद्मश्री मिलने के विरोध पर भी अदनान से एबीपी न्यूज़ से खुलकर बात की. अदनान ने कहा कि चंद मुट्ठी भर लोग या कुछ हजार/लाख लोग उन्हें पाकिस्तान मूल का होने के चलते सम्मान दिये जाने का विरोध करते हैं, तो उन्हें नजरअंदाज किया जा सकता है क्योंकि उन्हें चाहनेवाली 1.30 करोड़ की आबादी के मुक़ाबले उनका विरोध करनेवाले लोगों की संख्या न के बराबर है.
आपत्तियों को सिरे से नकारा
बिना एमएनएस का नाम लिये उन्होंने कहा कि राजनीति करनेवाले यूं कि राजनीति करते रहेंगे, जिसकी परवाह उन्हें नहीं है. उन्होंने ट्रोलर्स की आपत्तियों को सिरे से नकार दिया.
अदनान ने कहा कि विदेशी मूल के लोगों को भी पद्म सम्मानों से नवाजे जाने की प्रथा है और इस लिहाज से फिर भी वे एक भारतीय हैं, जिन्हें इस सम्मान से नवाजा गया है. उन्होंने कहा कि इस बात के मद्देनजर विरोध करनेवालों की आपत्ति जायज नहीं है.
पिता को घसीटे जाने पर जताई हैरानी
अदनान ने इस पूरे मामले में अपने अतीत और पाकिस्तानी मूल के अपने पिता को भी घसीटे जाने पर हैरानी जताई और कहा कि उनके पिता ने पाक सेना के एक फौजी होने के नाते भारत के खिलाफ 1965 की जंग में अपनी जिम्मेदारी निभाई थी और बतौर गायक वे अपना काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि न तो उन्हें उनके पिता के काम कर लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है और न ही उनके पिता से उनकी गायकी को लेकर सवाल पूछा जाना जायज है.
अदनान ने याद दिलाया कि भले ही उन्हें भारतीय नागरिकता हासिल किये हुए महज 3 साल हुए हैं, मगर वे पिछले 20 सालों से गायिकी में मशगूल रहे हैं और उनकी गायिकी का करियर 36 साल पुराना रहा है. अदनान ने कहा कि उन्हें पद्मश्री का मिलना खुशी के साथ साथ बतौर गायक उनके लिए एक नई जिम्मेदारी का एहसास भी है.
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