कैंसर को मात देने के बाद काम की तलाश में हैं नफीसा अली, कहा- अच्छे किरदार करना चाहती हूं
बॉलीवुड एक्ट्रेस नफीसा अली अब कैंसर को मात दे चुकीं हैं और वो एक बार पर्दे पर अपनी नई शुरुआत करना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि मैं भारतीय सिनेमा में एक शालीन किरदार निभाना चाहती हूं.
बॉलीवुड एक्ट्रेस नफीसा अली बीते कुछ दिनों से कैंसर से जंग लड़ रहीं थी. अब खबर आ रही है कि उन्होंने कैंसर को हराते हुए ये जंग जीत ली है. नफीसा अली ने एक दिल को छू लेने वाली पोस्ट के जरिए फैंस के साथ ये बात साझा की है कि वो अब पूरी तरह कैंसर फ्री हैं.
नफीसा ने पोस्ट में लिखा, मैं नफीसा अली सोढी और मैं भारतीय सिनेमा में एक शालीन किरदार निभाना चाहती हूं. बतौर सीनियर एक्टर मैं एक अच्छी स्क्रीप्ट की तलाश कर रही हूं, मैं अपने काम के जरिए अपनी भावनाएं व्यक्त करना चाहती हूं. मैं तानाशाही नहीं हूं. ईश्वर हम सभी को अपने सपनों को पूरा करने की हिम्मत दें. भारत की जवान महिलाओं को टार्गेट करना बंद करें. धार्मिक असहिष्णुता को रोकें. भारतीयों को हुक्म देना बंद करो. भारत बेहद अलग है और हमें इसकी इसी खूबसूरती की रक्षा करनी चाहिए. फूट डालो राज करो की नीति छोड़ें. बेहतर दुनिया बनाने पर फोकस करें.
जायरा वसीम ने अचानक फिल्म इंडस्ट्री को छोड़ने के फैसले पर लीजेंड एक्ट्रेस नफीसा अली ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, मुझे जायरा में अपना बीता वक्त नजर आया. जब मैं 20 साल की थी तो मैं उसी की तरह सोचने लग गई थी. मैं ये कहना चाहूंगी कि काम आपकी च्वाइस है ये आपकी आजादी है. नौजवान लोगों को कई तरह के प्रेशर घेरे रहते हैं लेकिन अगर आप इस बात को लेकर क्लियर हैं कि आप क्या चाहते हैं तो आपको उसे जरूर हासिल करना चाहिए.
साल 1978 में फिल्म 'जुनून' के बाद नफीसा ने इंडस्ट्री को छोड़ दिया था. नफीसा ने फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने के करीब 18 साल बाद फिल्म 'मेजर साब' से अमिताभ बच्चने के साथ कम बैक किया था. उन्होंने कहा अब जब भी मैं कभी पीछे मुड़कर देखती हूं तो लगता है कि मुझे अपने पिता नहीं बल्कि अपने दिल की सुननी चाहिए थी.