नई दिल्ली: फिल्म 'पद्मावती' को लेकर उठा बवाल अभी थमा नहीं था कि बाबरी मस्‍ज‍िद विध्वंस की कहानी बयां करने वाली फिल्म 'गेम्‍स ऑफ अयोध्‍या' की रिलीज के खिलाफ अब विरोधियों की आवाज बुलंद होती नजर आ रही है. ये फिल्म 8 दिसंबर को रिलीज होने वाली थी.


ऐसे में फिल्म की रिलीज से कुछ ही दिनों पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और संत समाज के लोग फिल्म की रिलीज के विरोध में उतर आएं हैं. दरअसल, उनका मानना है कि इस फिल्म में हिंदुओं को छल से भगवान राम की मूर्ति स्थापित करते दिखाया गया है.


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इसके साथ ही विश्व हिंदू परिषद ने फिल्म को सस्ती लोकप्रियता बताया है. टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार बताया जा रहा है कि फिल्म की रिलीज का विरोध करने वालो संतो का कहना है कि फिल्म की रिलीज को रोका जाए नहीं तो वो लोग सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएंगे.


इसके साथ ही उन्होंने ऐसा न होने पर देश भर में आंदोलन करने की धमकी भी दी है. आपको बता दें कि इससे पहले अलीगढ़ जिले के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एक नेता ने 'गेम्स ऑफ अयोध्या' के निर्माता के हाथ काटकर लाने वाले को एक लाख रुपये इनाम की घोषणा की थी.


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इस फिल्म पर आरोप है कि फिल्म में बाबरी मस्जिद के इतिहास से छेड़छाड़ की है जिससे हिंदुओं की भावनाएं आहत होंगी.


फिल्म के निर्देशक सुनील सिंह ने कहा, "मैंने एक प्रेम कहानी के चश्मे से बाबरी मस्जिद विध्वंस की वास्तविक कहानी बताने की कोशिश की है और साथ ही यह भी दिखाने का प्रयास किया है कि कैसे एक पत्रकार ने उनकी मदद की। सेंसर बोर्ड ने पहले 'गेम ऑफ अयोध्या' पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन अंतत: फिल्म प्रमाणन अपीलीय अधिकरण (एफसीएटी) ने इसे मंजूरी दे दी।"