मुंबई : अभिनेत्री दीया मिर्जा ने कहा कि उम्र के एक पड़ाव पर पहुंच जाने के बाद अभिनेत्रियों के लिए काम करने के अवसर घटने लगते हैं क्योंकि फिल्म निर्माता और 50 वर्ष से ऊपर के कुछ अभिनेता कम उम्र की हिरोइनों के साथ काम करने को तरजीह देते हैं.

राजकुमार हिरानी की ‘‘ संजू ’’ से छह साल बाद सिल्वर स्क्रीन पर वापसी कर रहीं दीया का मानना है कि फिल्म उद्योग 30 साल की आयु का पड़ाव पार कर चुकी अभिनेत्रियों को लेकर उतना सहज नहीं है. उन्होंने पीटीआई - भाषा को दिये गए साक्षात्कार में कहा , ‘‘ महिला कलाकारों खासतौर से जो 30 वर्ष की आयु पार कर चुकी हों उनके लिए दुर्भाग्य से अवसर कम होने लगते हैं क्योंकि कुछ फिल्म निर्माता युवा अभिनेत्रियों को कास्ट करना चाहते हैं और ज्यादातर पुरुष कलाकार जो 50 का पड़ाव कर चुके होते हैं वे भी युवा प्रतिभा के साथ काम करना चाहते हैं. ’’

बीते जमाने की अदाकारा शर्मिला टैगोर , वहीदा रहमान और स्मिता पाटिल का उदाहरण देते हुए दीया ने कहा कि आज कलाकारों को अपने आप को आगे बढ़ाने और संभावनाएं तलाशने की जरुरत है. गुजरे जमाने की इन मशहूर अभिनेत्रियों को शादी के बाद भी फिल्में मिलती रही थीं.




36 वर्षीय दीया ने कहा कि उन्होंने सही भूमिका का इंतजार किया और कभी ऐसी भूमिकाओं को स्वीकार नहीं किया जो उन्हें सही नहीं लगी. उन्होंने कहा , ‘‘ मैंने ईरानी फिल्म पूरी करने के बाद किसी विश्वसनीय फिल्म निर्माता से फिल्म में काम करने की मुझे पेशकश किये जाने के लिये ढाई साल तक इंतजार किया. दिसंबर 2016 में मुझे ‘ संजू ’ के लिए राजकुमार हिरानी का फोन आया. मैं उस समय छुटि्टयां बिताने जा रही थी. राजू सर ने मुझे ऑफिस आने के लिए कहा क्योंकि वह मुझे फिल्म की कहानी सुनाना चाहते थे. ’’

अभिनेत्री ने कहा कि वह फिल्मों में दोबारा से काम करने के लिए उत्साहित थीं क्योंकि फिल्मों में काम ना करना ‘‘ भयावह ’’ था. हालांकि , दीया ने छह साल से कोई फिल्म नहीं की लेकिन उन्होंने कहा कि इस दौरान उन्होंने इतनी मेहनत की जितनी पूरे करियर में भी नहीं की. दीया अभी संजय दत्त की बायोपिक ‘‘ संजू ’’ के रिलीज होने का इंतजार कर रही हैं जिसमें उन्होंने दत्त की पत्नी मान्यता का किरदार निभाया है. यह फिल्म 29 जून को रिलीज होनी है.