‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ के बाद 'द ताशकंद फाइल्स' पर राजनीतिक विवाद का साया
'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' को लेकर उठे विवाद के बाद अब रूस में देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मौत पर बनी फिल्म 'द ताशकंद फाइल्स' भी विवादों से घिरती दिखाई दे रही है.
नई दिल्ली: इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले फिल्म 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्ट' के विवादित ट्रेलर के रिलीज के बाद अब एक और फिल्म पर राजनीतिक हलकों में तूफान खड़ा हो रहा है. 'द ताशकंद फाइल्स' नाम की फिल्म रूस में देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मौत के बारे में है. इस फिल्म का निर्देशन विवेक अग्निहोत्री ने किया है.
अग्निहोत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी और जॉर्ज फर्नांडीस जैसे शीर्ष राजनेताओं समेत कई लोगों ने शास्त्री की मृत्यु के पीछे के रहस्य को उजागर करने की आवश्यकता पर अपनी राय व्यक्त की थी, जिसके बाद उन्होंने यह फिल्म बनाने का निर्णय लिया था और फिल्म बनाई.
निर्देशक ने पीटीआई को बताया, ‘‘10 जनवरी, 1966 को, शास्त्री ने ताशकंद समझौते पर हस्ताक्षर किया था... और कुछ ही घंटों बाद उनकी मृत्यु हो गई. उस मृत्यु का रहस्य आज तक अनसुलझा है. क्या उनको दिल का दौरा पड़ा था या उन्हें जहर दिया गया था? सबसे बड़े रहस्य का सच उनके परिवार और हमलोगों को अब तक नहीं बताया गया.’’
विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि उनकी मृत्यु के तुरंत बाद, शास्त्री के परिवार वालों ने आधिकारिक रूप से तत्कालीन कार्यवाहक प्रधानमंत्री गुलजारीलाल नंदा से पोस्टमार्टम का अनुरोध किया था, लेकिन उसपर ध्यान नहीं दिया गया. उन्होंने कहा, "उनके परिवार ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी से भी अनुरोध किया था, लेकिन एक बार फिर उसपर ध्यान नहीं दिया गया"
अग्निहोत्री ने यह भी कहा कि यह कितनी अजीब बात है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र, भारत के पास शास्त्री की मौत के पीछे के रहस्य को उजागर करने के लिए कोई जानकारी और दस्तावेज उपलब्ध नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘इस मुद्दे को पिछले 50 वर्षों से संसद में उठाया जा रहा है और अभी तक हम सच्चाई का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने सच्चाई खोजने की कोशिश की और इसलिए मैंने आरटीआई दायर की, लेकिन मुझे निराशा हाथ लगी.’’
विवेक ने कहा, ‘‘आरटीआई में जवाब दिया गया कि इससे संबंधित कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है. हमारे प्यारे प्रधानमंत्री की मृत्यु हो गई और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के पास कोई जानकारी और दस्तावेज नहीं हैं.’’ अग्निहोत्री ने हालांकि, उम्मीद जताई कि फिल्म जवाब दे सकती है.
उनका मानना है कि फिल्म भारतीय राजनीति की कहानी को बदल देगी. इस फिल्म में दिग्ग्ज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह और मिथुन चक्रवर्ती ने मुख्य भूमिका निभाई है. अग्निहोत्री अपनी फिल्म "द ताशकंद फाइल्स" को फरवरी या मार्च के अंतिम हफ्ते में रिलीज करने पर विचार कर रहे हैं.