नई दिल्ली : ब्यूटी ब्रांड लॉरियल पेरिस की ब्रांड एंबेस्डर के तौर पर कांस फिल्मोत्सव में पहुंचीं ऐश्वर्या राय बच्चन साल 2016 के खट्टे अनुभव के बाद इस बार आलोचकों का मुंह बंद करने में कामयाब रहीं. इस मंच पर देश का प्रतिनिधित्व करते हुए ऐश्वर्या के 16 साल पूरे हो गए हैं.
इस मंच पर वह पहली बार 2002 में अपनी फिल्म 'देवदास' के साथ पहुंची थीं और अब 16 साल बाद एक बार फिर कांस में उनकी फिल्म देवदास की स्क्रीनिंग रखी गई है.
भारत की ओर से लॉरियल की पहली ब्रांड एंबेस्डर ऐश्वर्या ने हाल ही में डिजाइनर माइकल सिन्को का गाउन पहनकर रेड कार्पेट पर चहलकदमी की. ऐश्वर्या के इस लुक को किसी ने सिंड्रेला की संज्ञा दी, तो किसी ने उनकी तुलना लोककथाओं की परी से की.
इस विश्व सुंदरी ने अपने इस लुक से उन आलोचकों का मुंह बंद कर दिया जिन्होंने पिछले साल कांस में ऐश्वर्या की बैंगनी लिपस्टिक को लेकर उनकी फजीहत की थी. हालांकि, ऐश्वर्या का यह 15 सालो का सफर काफी उतार-चढ़ाव से भरा रहा.
संजय लीला भंसाली की फिल्म 'देवदास' की स्क्रीनिंग के लिए ऐश्वर्या 2002 में कांस में शाहरुख खान और भंसाली के साथ पहुंची थीं. इस दौरान ऐश्वर्या ने डिजाइनर नीता लुल्ला की डिजाइन की हुई पीली साड़ी में अंतर्राष्ट्रीय मीडिया का ध्यान अपनी ओर खींचा था.
उनके प्रभावशाली व्यक्तित्व की वजह से ऐश्वर्या को 2003 में कांस की जूरी में जगह दी गई. इस दौरान भी ऐश्वर्या ने नीला लुल्ला की ही डिजाइन की हुई हरी साड़ी पहनी थी, लेकिन इस बार अपनी पसंद को लेकर उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा और उनके उस लुक को अब तक का सबसे खराब लुक कहा जाता है.
साल 2004 में ऐश्वर्या को लॉरियाल पेरिस का ब्रांड एंबेस्डर बनाया गया और वह इस बार पहली बार ब्रांड एंबेस्डर के तौर पर कांस पहुंची थीं. हालांकि, वह इस बार भी छाप छोड़ने में असफल रही थीं. ऐश्वर्या तीन साल की आलोचनाओं के बाद 2005 में जॉर्जियो अरमानी के प्रिंटेड गाउन में रेड कार्पेट पर नजर आईं और सबकी वाह-वाही लूटकर ले गई.
ऐश्वर्या ने 2007 में अभिषेक बच्चन से शादी की और इस बार वह पति अभिषेक के साथ सफेद रंग के गाउन में कांस पहुंचीं थीं. इससे अगले साल कांस में बच्चन परिवार ही छाया रहा. अमिताभ बच्चन से लेकर जया, अभिषेक और ऐश्वर्या ने खासी सुर्खियां बटोरी थीं.
भारत में कांस को हमेशा से ही ऐश्वर्या से जोड़कर देखा जाता रहा है, लेकिन सोनम कपूर, कटरीना कैफ और दीपिका पादुकोण को भी लॉरियल पेरिस का ब्रांड एंबेस्डर बनाए जाने के बाद इस समारोह को इन अभिनेत्रियों के बीच प्रतियोगिता के भाव से देखा जाने लगा.
हर साल कांस फिल्मोत्सव को फॉलो करने वाली सोनिका कहती हैं, "ऐश्वर्या के बाद सोनम कपूर, कैटरीना और दीपिका को ब्रांड एंबेस्डर बनाए जाने के बाद इसे एक प्रतियोगिता के तौर पर देखा जाने लगा है कि कौन सी अभिनेत्री सबसे अच्छा गाउन और जूलरी पहनकर रेड कार्पेट पर चलती है. कहीं भी फिल्मोत्सव की नहीं बल्कि रेड कार्पेट की चर्चा होती है."
बीते कुछ सालो में नई अभिनेत्रियों के कांस में शिरकत करने और गर्भावस्था के बाद ऐश्वर्या का वजन बढ़ने की वजह से रेड कार्पेट पर उनका जादू फीका पड़ता दिखाई दिया था, लेकिन इन सब उतार-चढ़ाव के बीच ऐश्वर्या ने 2014 में रॉबटरे कावेली के डिजाइन किए हुए सुनहरे रंग के गाउन में उम्र की सीमाओं को धता बताते हुए अपने सौंदर्य का लोहा मनवाया था.
पिछले साल 2016 में उनके गाउन से ज्यादा उनकी बैंगनी रंग की लिपिस्टक सुर्खियों में रही. इसके बाद उनके फैशन स्टाइल पर सवाल उठाए जाने लगे.
लेकिन ऐश्वर्या ने इस बार फिर से साबित कर दिया कि वह 'कांस क्वीन' हैं और उन्हें टेकन फॉर ग्रांटेंड लिया जाना बिल्कुल भी सही नहीं है.