आज अजय सहित पूरी टीम दिल्ली में फिल्म को प्रमोट करने पहुंचीं. जब उनसे ये सीन रिप्लेस करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ''हमें इस बारे में पता नहीं है कि क्या हुआ है. हम लोग फिल्म प्रमोट कर रहे हैं. हमें तो ये समझ नहीं आ रहा कि शराब की बोतल को फूलों के गुलदस्ते से कैसे रिप्लेस कर सकते हैं? ये जरूर किसी शॉट में होगा. हमें भी फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगा कि आखिर क्या हुआ है?''
आगे अजय ने कहा, ''अगर उन्होंने बोतल को रिप्लेस किया है तो ये हो सकता है कि अल्कोहल का ब्रैंड ना दिखाने का नियम हो.'' जब उन्हें बताया गया कि बोलत पर कोई ब्रांड नहीं लिखा है तो अजय ने कहा, ''तो फिर मुझे इस बारे में और जानकारी लेनी होगी.''
आपको बता दें कि वैसे तो सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म में तीन कट्स लगाए हैं लेकिन एक कट ऐसा है जो काफी पॉपुलर हो चुका है. इस फिल्म के एक गाने 'वडी शराबन' में अभिनेत्री रकुल प्रीत हाथ में शराब की बोतल थामें दिखीं थीं उस सीन पर सेंसर बोर्ड ने कैंची चला दी है. सेंसर बोर्ड ने कहा है कि उसकी जगह कुछ और दिखाया जाए.
अपने आधिकारिक वेबसाइट पर सीबीएफसी ने उल्लेख किया है कि इस फिल्म को तीन कट्स के बाद सात मई को यू/ए प्रमाण पत्र दिया गया. केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड इस फिल्म निर्माता को यह सुझाव दिया कि वह फिल्म के एक गाने में शराब की बोतल को फूलों के गुलदस्ते से रिप्लेस कर सकते हैं.
एक कट के विवरण में लिखा गया है, "फिल्म के एक गाने 'वड्डी शराबन' में हीरोईन अपने हाथ में शराब की बोतल को पकड़कर नाचते हुए दिख रही थीं, जिसमें शराब के बोतल को डिलीट कर उसकी जगह हीरोईन को फूलों का गुलदस्ता पकड़कर दृश्य को फिल्माते हुए दिखाया गया."
आपको बता दें लव रंजन इस फिल्म के निर्माता हैं और इसे अकीव अली ने निर्देशित किया है.
आपको बता दें कि इस फिल्म को लेकर पहले भी विवाद हो चुका है. पहला विवाद तब खड़ा हुआ जब इसका ट्रेलर लॉन्च हुआ था, क्योंकि इसमें अभिनेता आलोक नाथ को दिखाया गया था जिन पर हैशटैग मी टू मूवमेंट में दोषी होने का आरोप लगा था.