नई दिल्ली: 11 मार्च को छत्तीसगढ़ के सुकमा में सीआरपीएफ के 12 जवान नक्सलियों के कायराना हमले में शहीद हुए थे. हमले के बाद देश में गुस्सा भी भड़का तो शहीदों के परिवारों के लिए मदद के लिए हाथ भी उठे. अभिनेता अक्षय कुमार और बैडमिंटन स्टार सायना नेहवाल ने भी शहीदों के परिवारों को आर्थिक मदद दी, लेकिन नक्सलियों को ये नागवार गुजरा है.

नक्सलियों ने बाकायदा प्रेस नोट जारी करके अक्षय और सायना के परोपकार पर निशाना साधा है. ये पहली बार है जब नक्सलियों ने किसी सेलिब्रिटी को निशाने पर लिया है.

छत्तीसगढ़ के नक्सलियों ने प्रेस नोट जारी करके अक्षय कुमार और बैडमिंटन स्टार सायना नेहवाल की खुलेआम निंदा की है. अक्षय और सायना नेहवाल को धमकी इसलिए मिली है क्योंकि दोनों ने छत्तीसगढ़ के सुकमा में शहीद सीआरपीएफ जवानों को आर्थिक मदद दी थी.

प्रेस नोट में सितारों को धमकाने के साथ साथ नक्सलियों ने सीआरपीएफ के शहीद जवानों के लिए आपत्तिजनक शब्दों का भी इस्तेमाल किया है. प्रेस नोट में नक्सलियों ने लिखा है-

‘’इन्हें देशभक्त नहीं कहा जा सकता. बल्कि देश की गरीब जनता के हत्यारे हैं. बस्तर में अर्धसैनिक बलों की तैनाती गरीब जनता के दमन के लिए की गई है. खूनी कुत्तों को शहीद मानकर सीनियर एक्टर अक्षय कुमार और सायना नेहवाल द्वारा पीजीएलए के हमले में मारे गए जवानों के परिवारों को आर्थिक सहायता की कड़ी निंदा करते हैं. प्रमुख हस्तियों, सीनियर कलाकारों, खिलाड़ियों, सेलिब्रिटी लोगों से अनुरोध है कि वो क्रांतिकारी आंदोलन के पक्ष में खड़े हों. सरकारी पुलिसिया दमन और मानवाधिकार हनन की निंदा करें.’’



अक्षय ने जवानों के परिवारों को एक करोड़ 8 लाख की मदद का एलान किया

अक्षय कुमार ने 11 मार्च को सुकमा में नक्सलियों के हमले में मारे गए 12 सीआरपीएफ जवानों के परिवारों को एक करोड़ 8 लाख यानी हर परिवार को 9-9 लाख की मदद का एलान किया था. सायना नेहवाल  ने शहीदों के परिवारों को 50-50 हजार रुपये की मदद का एलान किया है.

महाराष्ट्र के किसानों की मदद भी कर चुके हैं अक्षय

महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त इलाकों में किसानों पाई पाई के लिए मोहताज हुए तब अक्षय कुमार मदद के लिए आगे आए थे. 90 लाख रुपये अक्षय ने किसानों के लिए दिए थे. खबर तो ये भी आई कि अक्षय ने एक कंपनी के ब्रैंड के प्रमोशन के लिए 10 करोड़ की फीस भी आधी कर ली क्योंकि ब्रांड उन किसानों से ही फल लेता है जो सूखे की चपेट में आए. इससे कंपनी को भी नुकसान हुआ.

सरकार को अक्षय कुमार ने सुझाव दिया कि सीमा या आंतरिक सुरक्षा में ड्यूटी के दौरान शहीद जवानों की जानकारी ऑनलाइन होनी चाहिए. इसका फायदा ये होगा कि कोई भी व्यक्ति शहीद जवान के परिवार की मदद कर पाएगा. राजनाथ सिंह के मंत्रालय ने फटाफट अक्षय के सुझाव को मानकर भारत के वीर' ऐप लॉन्च कर दिया.