66th National Film Awards: 66वें नेशनल अवॉर्ड में अक्षय कुमार की फिल्म 'पैडमैन' को बेस्ट फिल्म ऑन सोशल इश्यू का अवॉर्ड मिला है. टाइटल से साफ है कि फिल्म को ये अवॉर्ड सोशल मुद्दे को उठाने के लिए मिला है. फिल्म में महावारी के मुद्दे को उठाया गया है जिसके बारे में दो लोग आपस में बात करने में भी हिचकिचाते हैं.
अक्षय कुमार की फिल्म पैडमैन में भारत के उस हिस्से को दर्शाया गया है जहां महिलाएं अपनी नीजि परेशानियों को अपने घरवालों सामने भी नहीं ला सकतीं. इस फिल्म में औरतों की माहवारी की परेशानी को खुलकर लोगों तक पहुंचाया है. जो कि आज भी देश के कई पिछड़े इलाकों में एक बड़ी समस्या है. फिल्म को आर बाल्कि ने बेहद शानदार तरीके से डायरेक्ट किया है.
अक्षय कुमार की फिल्म पैडमैन पिछले साल 2018 में रिलीज हुई थी. अक्षय कुमार की फिल्म पैडमैन महिलाओं के महामारी पर खुलकर बात करते हुए सेनेटरी पैड के प्रति लोगों को जागरूक करती है. फिल्म में अक्षय कुमार के अलावा राधिका आप्टे और सोनम कपूर लीड रोल में दिखी हैं.
इससे पहले भी अक्षय कुमार ने कई रियल बेस्ड कहानियों पर फिल्में बनाई हैं जो कि सुपरहिट रहीं. अक्षय बॉलीवुड के मात्र ऐसे एक्टर हैं जिनकी साल में सबसे ज्यादा फिल्में रिलीज होती हैं और ज्यादातर हिट रहती हैं. अक्षय की पैडमैन को नेशनल पुरस्कार मिला इसे बाद अक्षय कुमार ने भी धन्यवाद करने और अपना रिएक्शन देने में भी ज्यादा समय नहीं लगाया.
अक्षय कुमार ने कहा, "मैं मिशन मंगल के प्रमोशन के बीच में था और टीना (ट्विंकल खन्ना) का कॉल आया कि क्या ये सच है? क्या सच में पैडमैन ने सामाजिक मुद्दे पर बनी बेस्ट फिल्म का नेशनल अवार्ड जीता है. ये खबर सुनते ही मेरी सारी थकान मिट गई. मुझे याद आया कि पिछले साल पैडमैन के सेट पर ही सोनम और मुझे पिछले नेशनल अवॉर्ड की खबर मिली थी. मुझे बहुत खुशी हुई है कि टीना ने प्रोडक्शन डेब्यू से ही जीत का तमगा हासिल किया है. ये जीत आर बाल्की की मेहनत का ही नतीजा है. वहीं मेरी प्रोड्यूस्ड मराठी फिल्म चुंबक से भी स्वानंद किरकिरे ने बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का खिताब जीता है. कुल मिलाकर मेरे लिए ये दिन शानदार रहा."