सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से नेपोटिज्म और डिप्रेशन को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. सुशांत सिंह राजपूत के खुदकुशी जैसे बड़े कदम के पीछे बॉलीवुड के नेपोटिज्म को दोष दिया रहा है. इस सब के बीच इन दिनों आलिया भट्ट और करण जौहर को सबसे ज्यादा निशाने पर लिया जा रहा है. सोशल मीडिया पर लगातार आलिया भट्ट की आने वाली फिल्म 'सड़क 2' को बायकॉट करने की मांग उठ रही है. इतना ही नहीं सुशांत सिंह राजपूत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती भी डिप्रेशन को लेकर महेश भट्ट के पास राय लेने जाती थी.


भट्ट परिवार का डिप्रेशन से बेहद गहरा नाता रहा है. फिर वो चाहे महेश भट्ट की खास दोस्त और एक्ट्रेस परवीन बाबी रही हों या फिर उनकी बेटी शाहीन. आलिया भट्ट की बहन शाहीन भट्ट करीब 20 साल तक क्रॉनिकल डिप्रेशन का शिकार रही हैं. शाहीन ने इसे लेकर अब एक किताब भी लिखी है. शाहीन भट्ट ने कुछ साल पहले अपनी किताब 'आई हैव नेवर अन हैप्पियर' नाम की किताब लिखी थी. इसमें शाहीन भट्ट ने ये खुलासा किया था कि वो खुद भी कई बार आत्महत्या की कोशिश कर चुकी हैं.


शाहीन भट्ट ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वो अपनी किताब लिखने से पहले भी सुसाइड करने की कोशिश की थी. उन्होंने कहा, ''मैंने कई बार आत्महत्या की कोशिश की. जब आप डिप्रेशन में होते हैं तो आपको कोई खयाल नहीं आता बल्कि आपको लगता है कि ये करने की इच्छा होती है आपको लगता है कि ये करना है.''


इतना ही नहीं बुक लॉन्च के दौरान एक शाहीन ने कई और खुलासे किए. जिसमें उन्होंने बताया कि उन्होंने इस डिप्रेशन के चलते अपनी जिंदगी के करीब 20 साल बेकार किए हैं. वो हर पल खुद को खुद में ही सिमटा हुआ पाती रहीं. लेकिन अब वो इससे थक गईं और खुद को एक्सप्रेस करना चाहती हैं इसलिए उन्होंने बुक लिखने के बारे में सोचा.