Alka Yagnik Singing Career: बॉलीवुड की दिग्गज सिंगर अलका याग्निक को हियरिंग लॉस हुआ है. उन्हें सुनाई नहीं दे रहा है. सिंगर ने खुद पोस्ट करके फैंस के साथ यह बुरी खबर शेयर की है. फैंस उनके जल्द से जल्द ठीक होने की प्रार्थना कर रहे हैं. इसी बीच आइए जानते है अल्का याग्निक के जीवन के कुछ खास पहलुओं के बारे में.
कोलकाता में बीता बचपन
20 मार्च 1966 को अलका का जन्म पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में हुआ था. कोलकाता में ही उनका बचपन बीता. वहीं उनके माता-पिता दोनों गुजराती थे. लेकिन दोनों पले-बढ़े उत्तर प्रदेश में. वहीं जब अलका का जन्म हुआ था उस समय उनके पिता की कोलकाता में पोस्टिंग थी.
5 साल की उम्र में रेडियो पर गाया
अलका याग्निक ने एक इंटरव्यू में खुद यह खुलासा किया था कि तीन से चार साल की उम्र में उनकी मां ने उन्हें गाना सीखाना शुरू किया था. उनकी मां क्लासिक सिंगर रही हैं. वहीं जब वे महज 5 साल की थी तब उन्होंने पहली बार कोलकाता ऑल इंडिया रेडियो स्टेशन पर पहली बार गाना गाया था.
9 साल की उम्र में किया स्टेज परफॉर्मेंस
अलका ने आगे यह भी बताया कि जब उनकी उम्र महज 9 साल थी तब उन्होंने म्यूजिशियंस के साथ पहला स्टेज परफॉर्मेंस दिया था. अलका को शुरू से ही गाने का शौक रहा है. उनके करियर में उनकी मां का बड़ा योगदान रहा है. मां की राह पर चलते हुए अलका ने भी सिंगिंग फील्ड में हाथ आजमाया और वे बेहद सफल भी रही.
पापा को खोने की तकलीफ हमेशा रहती है
अलका याग्निक अपने पिता के सबसे करीब थीं. उन्होंने बताया था कि मां से वे काफी डरती थीं और आज भी मां से डर लगता है. उनकी मां उनके पिता से कहा करती थी कि आप बच्चों को कुछ बोलते नहीं हो तो पापा मजाक में डांट देते थे. उन्होंने बताया कि पापा को मैंने जल्दी खो दिया था. उन्हें खोने की तकलीफ हमेशा रहती है.
जब अलका याग्निक को सुन दंग रह गए थे राज कपूर
उसी इंटरव्यू में अलका की मां ने खुलासा किया था कि उन्हें राज कपूर के पास किसी ने भेजा था. अल्का अपनी मां के साथ गई थीं. वे काफी छोटी थीं और उन्होंने फ्रॉक पहन रखी थी. जब उन्होंने राज कपूर को गाना सुनाया तो वे हैरान रह गए थे. राज कपूर ने अलका को सीधे म्यूजिक डायरेक्टर की जोड़ी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल के पास भेज दिया था. उन्होंने इस मशहूर संगीतकार जोड़ी को चिट्ठी लिख याग्निक का गाना सुनने के लिए कहा था.
'मेरे अंगने' से मिली पहचान
अलका के मुताबिक उन्होंने राजेश रोशन की फिल्म 'हमारी बहू अलका' के लिए अपना बॉलीवुड गाना रिकॉर्ड किया था. उन्होंने फिल्म 'पायल की झंकार' का 'थिरकत आंग लचकी झुकी' भी गाया था. लेकिन सिंगर को पहचान मिली थी अमिताभ बच्चन की फिल्म 'लावारिस' के गाने 'मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है' से.
2500 से अधिक गाने गा चुकी हैं अलका याग्निक
'मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है' यह गाना बड़ा हिट साबित हुआ था. हालांकि फिर भी उनका स्ट्रगल बॉलीवुड में जारी रहा. साल 1988 में रिलीज हुई फिल्म 'तेजाब' के गाने 'एक दो तीन' ने उन्हें फिर से मशहूर कर दिया था था और इसके बाद अलका ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. 90 के दशक में तो उनका एक तरफा राज हुआ करता था. अपनी बेहतरीन गायकी के दम पर अलका बॉलीवुड के दिग्गज सिंगर्स में अपना स्थान रखती हैं. आज भी उनकी आवाज का हर कोई दीवाना है. अब तक अलका 2500 से भी अधिक गानों को आवाज दें चुकी हैं.