मुंबईः कोविड-19 महामारी के मद्देनजर और कानून व्यवस्था को बनाये रखने के वास्ते यहां मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अदालत ने सोमवार को कहा कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले में गिरफ्तार किए गए किसी भी आरोपी को रिमांड के लिए उसके समक्ष केवल वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पेश किया जाएगा. अदालत ने यह भी कहा कि जांच एजेंसियों को अपने कार्यालय परिसरों में ही आरोपियों की कोविड-19 के लिए एंटीजन जांच करानी चाहिए.
मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट एस टी डांडे ने अपने दो पृष्ठ के फैसले में कहा कि महामारी की मौजूदा स्थिति और पूर्व के अनुभव को ध्यान में रखते हुए तथा कानून व्यवस्था की स्थिति को बनाये रखने के लिए सुशांत सिंह राजपूत मामले से संबंधित किसी भी आरोपी को रिमांड के लिए केवल वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये ही पेश किया जाएगा. नेशनल क्राइम ब्यूरो (एनसीबी) राजपूत की मौत से जुड़े ड्रग्स मामले की जांच के सिलसिले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार कर चुका है.
जांच एजेंसियों को अपने कार्यालय में कराना होगा कोरोना टेस्ट
आदेश में कहा गया है कि एनसीबी और किसी भी अन्य एजेंसी को आपराधिक प्रक्रिया संहिता के अनुसार आरोपी व्यक्तियों की सुरक्षित अभिरक्षा से संबंधित सभी मानदंडों और मानक संचालन प्रक्रिया का कड़ाई से पालन करना सुनिश्चित करना होगा. इसमें कहा गया है कि एनसीबी या किसी अन्य जांच एजेंसी को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे अपने कार्यालय परिसरों में आरोपियों की कोविड-19 के लिए एंटीजन जांच कराये.
एनसीबी को करने होंगे इलेक्ट्रोनिक डिवाइसेज व्यवस्था
इसमें कहा गया है कि एनसीबी या किसी अन्य जांच एजेंसी को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये सुनवाई करने के वास्ते कंप्यूटर, कैमरा, स्पीकर और अच्छा इंटरनेट कनेक्शन जैसे आवश्यक प्रबंध करने होंगे. एनसीबी ने राजपूत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती के भाई शौविक चक्रवर्ती, सैमुअल मिरांडा और चार अन्य को एनडीपीएस अधिनियम के तहत प्रतिबंधित मादक पदार्थों की कथित बिक्री और खरीद के सिलसिले में गिरफ्तार किया है.
नौ सितंबर की रिमांड पर आरोपी
ये सभी आरोपी नौ सितम्बर तक एनसीबी की रिमांड में हैं. एनसीबी रिया चक्रवर्ती से भी पूछताछ कर रही है. गौरतलब है कि सुशांत सिंह राजपूत बांद्रा स्थित अपने आवास पर गत 14 जून को मृत पाये गये थे.
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