Amar Sigh Chamkila Death: चमकीला की आंखों के सामने मारी गई थीं पत्नी अमरजोत को गोली, दोस्त ने सुनाई सिंगर जोड़े के आखिरी पलों की सच्ची कहानी
Amar Sigh Chamkila Death: दिलजीत दोसांझ की फिल्म 'चमकीला' रिलीज हो चुकी है. ऐसे में जानते हैं कि अमर सिंह चमकीला पर जब हमला हुआ तब उनके आखिरी शब्द क्या था. पूरी कहानी उनके दोस्त की जुबानी.
Amar Sigh Chamkila Death : आज सुबह नेटफ्लिक्स पर बॉलीवुड के फेमस सिंगर टर्न्ड एक्टर दिलजीत दोसांझ और परिणीती चोपड़ा की फिल्म 'अमर सिंह चमकीला' रिलीज हो चुकी है. इस फिल्म को देखने के बाद व्यूवर्स ने अपने इमोशन्स दिखाते हुए सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा सिर्फ एक शब्द का इस्तेमाल किया है और वो है 'वाह क्या बना दिया'.
फिल्म की रिलीज से पहले हमने फिल्म से जुड़ी बड़ी-बड़ी बातों को तो सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म्स पर पढ़ लिया जैसे कि 'कौन थे अमर सिंह चमकीला' और 'कौन थीं अमरजोत कौर. इन दोनों की मौत 'कब' और 'कैसे' हुई थी. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि मौत वाली रात अमर सिंह चमकीला के साथ क्या हुआ था.
कौन लेना चाहता था अमर सिंह चमकीला की जान
साल 1988 में पंजाब के मेशमपुर में अमर सिंह चमकीला और उनकी पत्नी अमरजोत कौर को कुछ बाइक सवार लोगों ने गोलियों से छलनी कर दिया था. उस रात अमर सिंह के साथ असलियत में क्या हुआ इसके बारे में उनके बैंड के 'ढोल प्लेयर' 'लाल चंद' ने बताया है.
साल 2020 में नोबल टीवी कैनेडा से बात करते हुए लाल चंद ने कहा- 'मौत से पहले ही अमर सिंह चमकीला को जान से मारने की धमकियां मिलने लगी थीं. ऐसा इसलिए क्योंकि चमकीला की सक्सेज कुछ पॉलीटिकल कॉन्फ्लिक्ट बनती जा रही थी. साल 1984 में जब दंगे हुए थे उस वक्त चमकीला ने किसी तरह से अपनी जान बचा ली थी और वो हमें बताने वाला था कि उसकी जान के पीछे कौन पड़ा था'.
अमरजीत कौर को लगी थी पहली गोली
लाल चंद ने आगे बताया- 'जिस दिन शो था उस दिन हम वेन्यू पर पहुंचने से पहले साथ बैठे थे. तब अमर ने हमसे कहा था- चिंता मत करो गाने मैने गाए हैं तुमने नहीं. जिस गोली पर मेरा नाम लिखा होगा वो मुझे ही लगेगी. मेशमपुर में उस वक्त अमर सिंह की फिल्म के पोस्टर भी लगे थे जिसे हम शो के बाद सिनेमाघर में देखने जाने वाले थे.
तभी कुछ लोगों ने हम पर गोलियों से हमला करना शुरू कर दिया. उस वक्त सिर्फ मैं, अमर और अमरजोत कार में थे. तभी एक नकाबपोश हमलावर आया और उसने अपनी मशीन गन ने अमरजोत पर गोलियां दागनी शुरू कर दीं. अमरजोत के सिर से बहता खून देख कर अमर सिंह ने कहा- बब्बी तेनू की होया...लाल ने कहा- 'उस दिन से पहले मुझे नहीं पता था कि अमर सिंह प्यार से अमरजोत को बब्बी कहता था. इसके बाद हमालावरों ने अमर सिंह को भी गोलियों से छलनी कर दिया'.