चित्तौड़गढ़: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में राजपूत महिलाओं ने जौहर की धमकी दी है. ये महिलाएं किसी कीमत पर फिल्म को रिलीज नहीं होने देना चाह रही हैं. रानी पद्मावती की पहचान बने एक जौहर ज्योति मंदिर में कल राजपूत समाज की महिलाओं ने पूजा की. प्रदर्शन को देखते हुई इतिहास में कल दूसरी बार चित्तौड़गढ़ के किले को बंद किया गया है.

आंदोलन करने पर आमदा हैं महिलाएं

प्रदर्शन कर रही एक महिला ने कहा, ‘’अगर सरकार हमारा कहना नहीं मान सकती. हमारी संस्कृति की, नारी स्वाभिमान की रक्षा नहीं कर सकत तो सरकार हमें इच्छामृत्यु की इजाजत दें.’’ फिल्म के विरोध के नाम इच्छामृत्यु की मांग करने वाली महिलाएं सिर्फ फिल्म के ट्रेलर और सुनी सुनाई बातों पर ही आंदोलन करने पर आमदा है.

प्रदर्शनकारी महिला ने कहा, ‘’जब खिचड़ी बनती है तो एक चावल को देख कर उससे पूरे चावल का पता चल जाता है कि खिचड़ी कच्ची है या पक्की है.  वैसे ही ट्रेलर को देखकर पता चल रहा है. जनता इतनी बेवकूफ नहीं है.’’

फिल्म में पद्मावती का ख्वाब देख रहा है खिलजी- महिला

प्रदर्शनकारी महिला ने आगे कहा, ‘’फिल्म में रानी पद्मावती के साथ ख्वाब देखते हुए बताया गया. ख्वाब के साथ में लव सीन है. तो अगर कोई भी गंदी मानसिकता का व्यक्ति किसी के साथ ख्वाब देख लेगा. तो क्या उसे पर्दे पर दिखाएंगे?’’

फिल्म में खिलजी और पद्मावती की भेंट नहीं- इतिहासकार

जिस खिलजी के ख्वाब को लेकर महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं, उसके बारे में जानमाने इतिहासकार और फिल्म देख चुके इरफान हबीब ने कहा, ‘’फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी और पद्मावती की भेंट एक सेकेंड के लिए भी नहीं होती है. ये भी एक आरोप है,  लेकिन फिल्म में ऐसा कुछ है ही नहीं है.’’

प्रदर्शनकारियों पर हकीकत और वास्तविकता में कोई फर्क नहीं समझ में आ रहा है.  फिलहाल पूरे चित्तौड़गढ़ में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और रानी पद्मावती की पहचान इस चित्तौड़गढ़ महल में हर आने जाने वाले की जांच की जा रही है.

यह भी पढ़ें-

हिंसक प्रदर्शन के बीच आज रिलीज होगी भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’, करणी सेना का आंतक जारी

मूवी रिव्यू: भव्य है 'पद्मावत', ना कोई ड्रीम सीक्वेंस है ना ही कोई विवादित सीन

'पद्मावती' को रोका 'पद्मावत' को भी रोको वरना जल जाएगा देश: लोकेंद्र काल्वी

'पद्मावत' के जिस सीन को लेकर कंट्रोवर्सी हो रही है जानें भंसाली ने उन्हें फिल्म में कैसे दिखाया है