नई दिल्ली: बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन की फिल्म सुपरहिट फिल्म 'ज़ंजीर' को रिलीज़ हुए आज 47 साल हो गए. ये फिल्म 11 मई 1973 को बड़े परदे पर आई थी. इस फिल्म के बाद अमिताभ बच्चन ने अपने करियर में फिर कभी मुड़कर नहीं देखा. हालांकि ये फिल्म अमिताभ बच्चन को इतनी आसानी से नहीं मिली थी. इस फिल्म के लिए इसके निर्देशक प्रकाश मेहरा ने पहले उस दौर के चार सुपरस्टार्स को अप्रोच किया, लेकिन सभी से मिले इनकार के बाद इसमें अमिताभ बच्चन की एंट्री हुई.


दरअसल अमिताभ बच्चन को इस फिल्म में कास्ट किए जाने को लेकर एक दिलचस्प कहानी है. इस पूरी कहानी को खुद प्रकाश मेहरा ने ही अपने एक इंटरव्यू में बताया था. हकीकत में 'ज़ंजीर' फिल्म की कहानी को धर्मेंद्र ने सलीम-जावेद की मशहूर लेखक जोड़ी से खरीद लिया था. लेकिन उसी दौरान प्रकाश मेहरा फिल्म 'समाधि' पर काम कर रहे थे. बाद में धर्मेंद्र तक 'समाधि' की कहानी पहुंची और उन्हें ये इतनी पसंद आई कि उन्होंने इसके बदले में ज़ंजीर प्रकाश मेहरा को दे दी.


लेकिन मामला इतना भी सीधा नहीं था. जब धर्मेंद्र ने ये फिल्म प्रकाश मेहरा को दी उस वक्त वो खुद ही इसमें लीड रोल करने वाले थे. साथ ही वो फिल्म के को-प्रोड्यूसर भी बनने को तैयार हो गए थे. इसी वक्त पर प्रकाश मेहरा ने मशहूर लेखक के. नारायण से 'कहानी किस्मत की' फिल्म का आइडिया खरीद लिया था. लेकिन इस फिल्म का सब्जेक्ट धर्मेंद को भी पसंद आ गया था.


अब धर्मेंद्र ने प्रकाश मेहरा के सामने ये बात रख दी कि वो फिल्म 'कहानी किस्मत की' का सब्जेक्ट बॉलीवुड में उनके गॉडफादर माने जाने वाले अर्जुन हिंगोरानी को दे दें. प्रकाश मेहरा ने बताया कि धर्मेंद्र का कहना था कि अगर वो ऐसा करते हैं तो वो उनकी फिल्म को पूरा सपोर्ट देंगे. हालांकि एक फिल्म 'ज़ंजीर' के लिए दो फिल्मों का सौदा करने को प्रकाश मेहरा तैयार नहीं हुए. इसके बाद धर्मेंद्र ने किसी और फिल्म में काम करने की बात कहकर इसमें काम करने से इनकार कर दिया.


धर्मेंद्र के बाद प्रकाश मेहरा देव आनंद के पास गए. देव आनंद को भी फिल्म की कहानी पसंद आई, हालांकि उन्हें कुछ बातों से आपत्ती थी. वो चाहते थे कि फिल्म में कुछ गाने डाले जाएं, हालांकि मेहरा नहीं मानें और बात नहीं बनी, सो यहां भी मामला खराब हो गया.



उस वक्त के सुपरस्टार राज कुमार को भी प्रकाश मेहरा ने इस फिल्म के लिए अप्रोच किया. हालांकि वो मुंबई से बाहर चेन्नई (उस वक्त मद्रास) में किसी फिल्म की शूटिंग कर रहे थे. राज कुमार तो अगले दिन से ही 'ज़जीर' की शूटिंग करना चाहते थे. लेकिन वो चाहते थे कि प्रकाश मेहरा इस फिल्म की शूटिंग चेन्नई में ही करें, ताकि वो अपनी पहले से चल रही फिल्म में भी काम करते रहें. क्योंकि फिल्म की स्क्रिप्ट मुंबई से बाहर इसकी शूटिंग की इजाज़त नहीं दे ही थी, इसलिए मजबूरन प्रकाश मेहरा को यहां भी न कहना पड़ा.


इन सभी के अलावा प्रकाश मेहरा इस फिल्म की कहानी को लेकर दिलीप कुमार के पास भी पहुंचे थे. हालांकि उन्हें कहानी ही नहीं पसंद आई और उन्होंने इसमें काम करने से इनकार कर दिया. दिलीप कुमार को लगा कि लीड रोल में परफॉर्म करने का कोई स्कोप नहीं है. उनके मुताबिक ये सीधा साधा रोल था, जिसमें कोई वेरिएशन नहीं है.


जब बड़े बड़े सितारों ने इस फिल्म को करने से मना कर दिया तब प्रकाश मेहरा परेशान हो गए थे. तभी एक रोज़ प्राण ने प्रकाश मेहरा को अमिताभ बच्चन को फिल्म में लेने की सलाह दी. मेहरा ने बताया कि प्राण ने उनसे कहा था कि 'बॉम्बे टू गोवा' में देखने के बाद से ही उनको लगता है कि अमिताभ भविष्य का स्टार हैं. इसके अलावा प्रकाश मेहरा खुद शत्रुघ्न सिन्हा के साथ अमिताभ की फाइट सीन से काफी प्रभावित हुए थे. इसके बाद प्रकाश मेहरा ने अमिताभ बच्चने को फिल्म के लिए साइन कर लिया. इस तरह बिग को उनके करियर का सबसे बड़ा ब्रेक मिला था.