Amjad Khan Birth Anniversary : बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता अमजद खान फिल्मों में अपने विलेन के किरदार के लिए जाने जाते रहे हैं. हालांकि खुद अमजद खान को बॉलीवुड का विलेन कहलाना पसंद नहीं था. वो अक्सर खुद को इंडस्ट्री का विलेन कहे जाने पर नाराज हो जाया करते थे. हिंदी फिल्म जगत के ये नामी सितारा कम ही उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह गए थे. साल 1992 में दुनिया को अलविदा कह चुके अमजद खान का जन्म 1940 में 12 नवंबर को हुआ था. उनका जन्म ब्रिटिश भारत के पेशावर में (अब पाकिस्तान) ज़करिया खान उर्फ जयंत के घर में हुआ था और उन्होंने अपने बेटे का नाम उन्होंने अमजद खान रखा.




बहुत कम लोग जानते हैं कि अमजद खान काफी पढ़े लिखे भी अभिनेता थे. उनके बेटे शादाब खान के मुताबिक अमजद मुंबई यूनिवर्सिटी से पर्शियन में टॉपर थे. ‘शोले’ करने से पहले वो पत्रकार बनने की राह पर थे. शादाब ने अपनी याद्दाश्त पर ज़ोर देते हुए एक इंटरव्यू में बताया था कि वो उस वक्त शायद एक्सप्रेस ग्रुप के साथ काम भी कर रहे थे. आपको बता दें कि अमजद खान को हिंदी, उर्दू और पर्शियन भाषा का अच्छा ज्ञान था.


'गब्बर ने बनाया हीरो'


'गब्बर सिंह’ फिल्म ‘शोले’ का विलेन होने के बावजूद लोगों के लिए हीरो बन गया था. खूंखार डकैत का रोल निभाकर अमजद खान सिनेमाई दुनिया में छा गए. निर्देशक रमेश सिप्पी की ‘शोले’ के इस गब्बर सिंह ने ऐसे ऐसे दमदार डायलॉग कहे कि वो फिल्मीं इतिहास में दर्ज हो गए. कहते हैं हिंदुस्तानी सिनेमा में गब्बर सिंह से पहले ऐसा दमदार विलेन कभी नहीं हुआ और न ही गब्बर सिंह के बाद वैसा कोई विलेन सिनेमा में नज़र आया.



गब्बर के लिए अमजद खान नहीं थे पसंद



‘शोले’ में अमजद खान ने जितने भी डायलॉग बोले वो यादगार बन गए. ऐसा विलेन जिसके नाम से डराकर माएं अपने बच्चों को सुलाती हैं. जिसपर सरकार ने 50 हज़ार का इनाम रखा है. दरअसल, फिल्म में गब्बर सिंह के रोल के लिए निर्माताओं ने पहले डैनी डेंग्जोंग्पा को अपरोच किया था. एक इंटरव्यू में फिल्म के निर्देशक रमेश सिप्पी ने खुद इस बात का ज़िक्र किया. उन्होंने कहा कि डैनी ने इस फिल्म के लिए हां कर दी थी, लेकिन वो उस वक्त फिरोज़ खान की बड़े बजट की फिल्म ‘धर्मात्मा’ की शूटिंग कर रहे थे, ऐसे में एक साथ दोनों फिल्में करना मुश्किल था.



शोले में गब्बर के थे सिर्फ 9 सीन


फिल्म ‘शोले’ का नाम सुनते ही लोगों के ज़ेहन में सबसे पहले जिस किरदार का नाम आता है वो गब्बर सिंह ही है. लेकिन इस बात को जानकर हैरान होना लाज़िम है कि फिल्म में अमजद खान के हिस्से में सिर्फ 9 सीन ही आए थे. फिल्म में अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, संजीव कपूर, हेमा मालिनी और जया बच्चन जैसे दिग्गज कलाकार थे बावजूद इसके अमजद खान का किरदार हर किसी पर भारी पड़ा. फिल्म को रिलीज़ हुए 43 साल बीत चुके हैं, लेकिन आज भी गब्बर सिंह का किरदार लोगों को खूब पसंद आता एक गौर करने वाली बात ये भी है कि लेखक सलीम-जावेद की जिस जोड़ी ने गब्बर जैसे विलेन को अपनी कलम से पैदा किया, उन्होंने दोबारा फिर कभी अमजद खान के साथ काम नहीं किया.