स्टार किड्स VS आउटसाइडर्स पर अनन्या पांडे: बताए फिल्मी बैकग्राउंड से होने के नुकसान, बातचीत में शाहरुख का भी लिया नाम
Ananya Panday on Star Kids: अनन्या पांडे ने इनसाइडर और आउटसाइडर की बहस पर अपनी राय रखते हुए एक अहम जगह पर शाहरुख खान का भी नाम ले लिया है. यहां जानिए स्टार किड अनन्या का स्टार किड्स पर क्या सोचना है
Ananya Panday on Star Kids: स्टार किड्स VS आउटसाइडर्स पर चर्चा होना तो आम बात है. हाल में कृति सेनन ने स्टार किड्स पर बात करते हुए दर्शकों को जिम्मेदार ठहाराया और अब खुद स्टार किड अनन्या पांडे ने स्टार किड होने पर अपनी राय रखी. आपको बताते हैं कि इनसाइडर और आउटसाइडर को लेकर उनका क्या सोचना है.
अनन्या पांडे हाल में OTT पर नजर आईं जिसके लिए उन्हें सराहा भी गया. अनन्या ने जब से बॉलीवुड में कदम रखा है तभी से लोगों का मानना है कि अनन्या को इतनी अच्छी फिल्में और वेब सीरीज इसलिए मिलती हैं, क्योंकि वो एक स्टार किड हैं. इसी परेशानी के बारे में हाल ही में अनन्या ने एक पॉडकास्ट में बात की.
स्टार किड के फायदे और नुकसान बता गईं अनन्या
अनन्या से जब सवाल पूछा गया कि स्टार किड होने के फायदे और नुकसान क्या है तो इस पर उन्होंने बताय़ा कि स्टार किड होने का फायदा है कि आप घर में सब कुछ देख चुके होते हैं कुछ नया नहीं है. इंडस्ट्री के उतार-चढ़ाव के बारे में आपको पता होता है. तो वहीं जब बात 'स्टार किड' होने के नुकसान की हुई तो उन्होंने कहा कि-
लोग स्टार किड होने को शर्मिंदगी महसूस कराते हैं. मैं अपने पिता की वजह से शर्मिंदा नहीं हूं. मेरे पिता ने कड़ी मेहनत की और अपने लिए एक मुकाम बनाया है. वो एक डॉक्टर परिवार से आते हैं लेकिन उन्होंने एक्टर बनने का सोचा और ऐसा करके भी दिखाया. लोग उनके काम को बहुत पसंद भी करते हैं. मैं अपने पिता के नाम से खुद अलग नहीं करना चाहती और न ये चाहती हूं कि लोग मुझे उनके नाम से न जाने.
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'स्टार किड' शब्द नहीं है गलत- अनन्या
इसके आगे अनन्या ने कहा कि - लोगों ने 'स्टार किड' को गलत शब्द बना दिया है और मुझे नहीं लगता ये गलत है. जब आप स्क्रीन पर कुछ देखते हैं, तो आप यही सोचते हैं कि अरे ये इसकी बेटी है. ऐसा नहीं होना चाहिए. लोगों को बस यही सोचना चाहिए कि वो फिल्म देख रहे हैं और वो सोचते भी हैं लेकिन वो इस बात को लेकर बंट गए हैं कि ये इनसाइडर है और वो आउटसाइडर.
आउटसाइडर्स पर क्या राय है अनन्या की?
इसी पॉडकास्ट में आगे अनन्या ने बताया कि स्टार किड्स पर लोग आसानी से टैग लगा देते हैं लेकिन आउटसाइडर्स के लिए क्या अलग है? यहां जानिए-
फिल्म इंडस्ट्री ने हमें बहुद कुछ दिया है और ऑडियंस ने भी. फिल्मी फैमिली के लोग हैं जो कोशिश कर रहे हैं और ऐसे भी लोग हैं जो फिल्मी फैमिली से नहीं हैं, वो और भी ज्यादा कामयाब हो रहे हैं. जैसे शाहरुख सर को देखें तो वो हमारी देश के सबसे बड़े स्टार हैं और वो फिल्मी फैमिली से नहीं. तो मुझे लगता है कि ये इंसान पर निर्भर करता है. स्टार किड्स पर लोग आसानी से टैग लगा देते हैं. आउटसाइडर पर कोई टैग नहीं लगाया जाता. लोगों ने 'स्टार किड' शब्द को शर्मिंदगी बना दिया है, जो सही नहीं है.
अब अनन्या ने अपनी तरफ से सभी स्टार किड्स को डिफेंड करने की कोशिश तो की है लेकिन एक बार फिर ये सवाल है कि इसमें लोग या दर्शकों का क्या कसूर है? फिल्म में जो स्टार नजर आता है चर्चा उसी की होती है चाहे फिर वो इनसाइडर हो या आउटसाइडर.
बता दें कि कृति सेनन ने भी नेपोटिज्म के लिए मीडिया और दर्शकों को जिम्मेदार ठहराया था. ऐसे में लोगों की राय अनन्या और कृति की राय से काफी अलग है क्योंकि जो बड़े पर्दे पर हैं लोग उन्हीं को देखते और अपनी राय रखते हैं. स्टार किड्स को लेकर किसी की सोच रातों-रात तो नहीं बदलने वाली लेकिन अब अनन्या की कोशिश और मेहनत कितनी रंग लाती है ये तो आने वाले वक्त में ही पता चलेगा.