आपकी आर्ट फॉर्म बहुत गलत है...', जावेद अख्तर ने कसा रणबीर कपूर की फिल्म पर तंज तो 'एनिमल' टीम ने यूं दिया जवाब
Animal Team On Javed Akhtar Statement: जावेद अख्तर ने अजंता एलोरा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बिना 'एनिमल' का नाम लिए फिल्म के एक सीन की आलोचना की थी. अब 'एनिमल' की टीम ने जावेद को जवाब दिया है.
Animal Team On Javed Akhtar Statement: हाल ही में रणबीर कपूर समेत 'एनिमल' की पूरी टीम ने फिल्म की सक्सेस पार्टी एंजॉय की था. 'एनिमल' के सक्सेस बैश में बॉलीवुड के दिग्गज सितारों ने शिरकत की थी. फिल्म 1 दिसंबर, 2023 को थिएटर्स में रिलीज हुई थी और फिल्म ने न सिर्फ घरेलू बॉक्स ऑफिस पर बल्कि दुनियाभर में कमाई के रिकॉर्ड तोड़ दिए. इस बीच स्क्रिप्ट राइटर जावेद अख्तर ने 'एनिमल' का नाम लिए बिना इसपर तंज कर दिया जिसपर अब 'एनिमल' की टीम ने जवाब दिया है.
औरंगाबाद में अजंता एलोरा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बात करते हुए जावेद अख्तर ने बिना 'एनिमल' का नाम लिए फिल्म के उस सीन की आलोचना की थी जिसमें रणबीर कपूर तृप्ति डिमरी से जूते चाटने के लिए कहते हैं. जावेद ने कहा था कि ऐसी फिल्मों का हिट होना खतरनाक है. ऐसे में अब 'एनिमल' की टीम ने जावेद अख्तर को जवाब दिया है.
Writer of your calibre cannot understand the betrayal of a lover (Between Zoya & Ranvijay) then all your art form is big FALSE 🙃 & If a woman (betrayed and fooled by a man in the name of love) would have said "lick my shoe" then you guys would have celebrated it by calling it…
— Animal The Film (@AnimalTheFilm) January 7, 2024
'एनिमल' टीम ने दिया ये जवाब
'एनिमल' फिल्म की टीम ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा- 'आपकी कैपेबिलिटी का राइटर एक लवर के धोखे को नहीं समझ सकता (जोया और रणविजय के बीच) तो आपका सारा आर्ट बहुत गलत है और अगर एक महिला ने (प्यार के नाम पर एक मर्द को धोखा दिया होता और बेवकूफ बनाया होता) कहा होता "मेरा जूता चाटो" तो तुम लोग इसे नारीवाद कहकर जश्न मनाते. प्यार को जेंडर की राजनीति से आजाद होने दो. चलो बस उन्हें लवर कहते हैं. लवर ने धोखा दिया और झूठ बोला. लवर ने कहा कि मेरा जूता चाटो, पीरियड.'
जावेद अख्तर ने कही थी ये बात
बता दें कि जावेद अख्तर ने कहा था, 'मेरा मानना है कि आज के यंग फिल्म मेकर्स के लिए यह एक टेस्ट का समय है कि वे किस तरह के किरदार बनाना चाहते हैं, जिसकी समाज सराहना करे. मिसाल के तौर पर, अगर कोई ऐसी फिल्म है जिसमें कोई मर्द किसी महिला से अपने जूते चाटने के लिए कहता है या यदि कोई मर्द कहता है कि महिला को थप्पड़ मारना ठीक है, और अगर फिल्म सुपर डुपर हिट है, तो यह बहुत खतरनाक है.'