Ant-Man and the Wasp Review: जब थानोस आधी दुनिया बर्बाद कर रहा था तब कहां था एंट मैन?
Ant-Man and the Wasp Review: ‘एवेंजर्स- इनफिटी वॉर’ को इस तरीके से बनाया गया कि फैंस के दिल में ये सवाल ज़रूर उठे कि जब थानोस फिल्म में मौजूद सुपरहीरोज़ में से आधों को मारकर दुनिया की आधी आबादी भी मिटा रहा था तब एंट मैन कहां था और इसी बहाने मॉर्वल की फिल्म ‘एंट मैन एंड द वास्प’ को परोसा जा सके.
स्टारकास्ट- इवैंजलिन लिल्ली, पॉल रुड, जूडी ग्रीर, माइकल डगलस डायरेक्टर- पेट्रॉन रीड स्टार- ***
मार्वल कॉमिक्स के लगभग सारे सुपरहीरोज़ को मिलाकर बनी एवेंजर्स फ़िल्म सीरीज़ की अबतक की सबसे बड़ी फ़िल्म ‘एवेंजर्स- इनफिटी वॉर’ के क्लाइमेक्स में एक-एक करके कई सुपहीरोज़ “शब्दश:” मिट्टी में मिल जाते हैं. फिल्म ख़त्म होने के बाद जब फैंस सदमे से उबर रहे थे तब उनके ज़ेहन में एक बड़ा सवाल था कि जब थानोस (जोश ब्रोलिन) इस फिल्म में मौजूद सुपरहीरोज़ में से आधों को मारकर दुनिया की आधी आबादी को भी मिटा रहा था तब एंट मैन कहां था?
दरअसल, ‘एवेंजर्स- इनफिटी वॉर’ को इस तरीके से बनाया गया कि फैंस के दिल में ये सवाल ज़रूर उठे और इसी बहाने मॉर्वल की फिल्म ‘एंट मैन एंड द वास्प’ को परोसा जा सके. अब बड़ा सवाल ये है कि फिल्म से जुड़े टीज़र्स में खुद भी यही सवाल खड़ा करके मार्वल वाले क्या इसका जवाब दे पाए हैं? इसके लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी.भविष्य में बड़ा रोल निभाने वाला है एंट मैन सीरीज़ की पहली फिल्म में एंट मैन के जनक डॉक्टर फ्रैंक (माइकल डगलस) स्कॉट लैंग (एंट मैन का किरादर निभा रहे पॉल रुड) को उसके ‘टैंलेंट’ की वजह से एंट मैन बनाने की ट्रेंनिग के लिए चुनते हैं. पहली फिल्म में चोरी के पेशे की वजह से लैंग को जेल जाना पड़ता है. जब वो छूटते हैं तब एंट मैन बनने की ट्रेनिंग लेते हैं. वो ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है और इस फिल्म में वो पूरी तरह से एंट मैन बन गए हैं. संभव है कि एंट मैन अब मार्वल की आने वाली मल्टीस्टारर फिल्मों में अपनी छाप छोड़ने को तैयार हो.
पहली फिल्म में एंट मैन का किरदार ट्रेनिंग के दौरान ही आयरन मैन (टोनी स्टार्क का किरदार निभाने वाले रॉबर्ड डाउनी जूनियर) के सुपरहीरो साथी सैम विलसन (एंथनी मैकी) की धज्जियां उड़ा देता है. फिल्म ‘कैप्टन अमेरिका- सिविल वॉर’ में जब एंट मैन अपना साइज दानवाकर करके आयरन मैन के साथियों को धोने लगता है तब जाकर उसके असली ताकत का पता चलता है. ‘एंट मैन एंड द वास्प’ में भी एक बात तो साफ हो गई की मार्वल का ये किरदार इससे जुड़ी आने वाली फिल्मों में बड़ी भूमिका निभाएगा. संभव है कि ‘एवेंजर्स- इनफिटी वॉर’ की अगली किश्त में एंट मैन के हाथों में बहुत कुछ हो.
वास्प के किरदार के साथ नहीं हुआ न्याय
‘एंट मैन एंड द वास्प’ के ट्रेलर में एंट मैन अपनी बेटी को बताता है कि जब वो चीज़ों को ठीक करने निकलता है तब ख़राब कर देता है और इसे सुनने के बाद उसकी नन्हीं बेटी कहती है कि उसे एक पार्टनर की दरकार है. इस फिल्म में वास्प बनी होप (इवैंजलिन लिल्ली) के रूप में एंट मैन को वो पार्टनर मिल जाती है. लेकिन वास्प का ये फीमेल सुपरहीरो किरादर आपको नया या अद्भुत नहीं लगेगा. ऐसा इसलिए है, क्योंकि डीसी कॉमिक्स पर आधारित क्रिस्टोफर नोलन की ‘बैटमैन’ सीरीज़ की तीसरी फिल्म ‘द डार्क नाईट राइसेस’ में लोग कैटवुमन को देख चुके हैं. फीमेल सुपरहीरो के मामले में कैटवुमन का किरदार वास्प के किरदार से कहीं ज़्यादा दमदार था. वहीं, दुनिया अब मेल सुपरहीरोज़ के नीचे काम करने वाली फीमेल सुपरहीरोज़ की जगह उस ‘वंडर वुमन’ (गैल गैडोट) की तरफ बढ़ चुकी है जो शायद सुपरमैन से ज़्यादा ताकतवर है. ऐसे में वास्प का नाम और काम फिल्म के नाम और काम में एंट मैन के बाद आना फिल्म के डायरेक्टर पेटॉन रीड की सोच और समझ पर सवाल खड़े करने वाला है.
'कमज़ोर' होकर भी 'मज़बूत' है 'एंट मैन' सीरीज़ ये फिल्म सीरीज़ मार्वल की तमाम फिल्मों में सबसे हल्की है. किसी भी सीन में बहुत स्ट्रेस बिल्ड नहीं होता और अगर हो रहा होता है तो अचानक से चीज़े बहुत आसानी से हो जाती हैं. सारे किरदार सुपहीरो के करीब होकर भी साधारण लगते हैं. साइंस इस हद तक घुसा दिया गया है कि अगर उसका लोड लेने लगें तो फिल्म का मज़ा किरकिरा हो जाएगा, लेकिन ज़्यादातर लोग उसका लोड लेते नहीं दिखते.
‘एंट मैन एंड द वास्प’ में एंट मैन के साथी लुईस (माइकल पेना) के किरदार और उसके दो साथियों के सहारे 'एंट मैन' जैसा ह्यूमर भरने की कोशिश इसे बोझिल बना देती है. एक्टिंग भी उतना गहरी नहीं है जैसी मार्वल फिल्म सीरीज़ के बाकी किरदारों की फिल्मों में देखने को मिलती है. हां, एंट मैन और वास्प को सुपहीरोज़ में तब्दील करने देना ही इस सीरीज़ का हासिल है.
साई-फाई (विज्ञान की कल्पनाओं से जुड़ा) और नैनो टेक्नॉलजी पर आधारित ये फिल्म आपको भविष्य की अनिश्चितताओं की ओर भी ले जाती है. वहीं, इस फिल्म में डायरेक्टर रीड ने कुछ ऐसा ट्राई किया है जो वो अपनी ‘बैक टू द फ्यूचर’ जैसी फिल्म में भी ट्राई कर चुके हैं. लेकिन इस फिल्म में उन्होंने जो किया है वो ‘बैक टू द फ्यूचर’ से काफी अलग है. इन तमाम हल्की बातों के बावजूद अपने ह्यूमन टच, ह्यूमर और साई-फाई के कॉकटेल की वजह से 'एंट मैन' सीरीज़ की दोनों फिल्में कम से कम एक बार देखने लायक तो ज़रूर हैं.
उल्झन सुल्झाने के लिए देखें ये फिल्म आप इस फिल्म को इसलिए देख सकते हैं ताकि आपको पता चल सके कि ‘एवेंजर्स- इनफिटी वॉर’ की बाद एंट मैन को लेकर आपके मन में जो सवाल उठा था, क्या ये फिल्म उसका जवाब दे पाती है और अगर दे भी पाती है तो ‘एवेंजर्स- इनफिटी वॉर’ से जुड़ी आपकी उल्झनों को सुलझती हैं या और उल्झा देती हैं.
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फिल्म का ट्रेलर