बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार अनुपम खेर ने बतौर एक्टर मुंबई में अपने शुरुआती दिनों के संघर्षों बारे में खुलासा किया है. दुनियाभर में पॉपुलर हो चुके अनुपम खेर ने उपलब्धियां और पहचान मिलने से पहले के कठोर परिश्रम के बारे में बताया है. उन्होंने बताया कि उनकी मां दुलारी खेर ने उन्हें अच्छे स्कूल में भेजने के लिए अपनी ज्वैलरी बेच दी थी क्योंकि उनके पिता महीने में 90 रुपए कमाते थे.


अनुपम खेर ने खुलासा किया कि वह पढ़ाई में ज्यादा अच्छे नहीं थे और उनकी मां उन्हें लेकर परेशान रहती थी. अगर पापा ज्यादा दुलारते थे, तो मां उन्हें ज्यादा तारीफ करने से मना करती थई. वह चाहती थी कि ध्यान केंद्रित करके पढ़ाई करे. उन्होंने कहा,"मुझे एक शख्सियत में ढालने के लिए मेरी मां जिम्मेदार है."


मां ने दी ये नसीहत


अनुपम खेर ने अपनी मां से जुड़ा एक किस्सा भी बताया. उन्होंने कहा,"मैं उस वक्त 10 साल का था जब एक साधू स्कूल में आया. मां ने मुझे पांच पैसे दिए, उस साधू को देने के लिए. लेकिन मैंने उन्हें दो पैसे दिए और बाकी अपने बैग में रख लिए. जब मां ने मुझसे पूछा तो मैंने उनसे झूठ कहा." उन्होंने कहा कि उनकी मां तब तक उन्हें घर में घुसने नहीं देती थी जबतक वह गलती को स्वीकार न कर लें. और जब वो अपनी गलती मान लेते थे, तो उनकी मां उन्हें दोबारा नहीं करने के लिए बोलती थीं.


37 रुपए लेकर पहुंचे मुंबई


जब वह एक्टर बनने के लिए मुंबई आए थे, तब उनके हाथ में मात्र 37 रुपए थे. वह अपनी मां के सबसे करीब रहे हैं. अनुपम ने खुलासा किया कि उन्होंने अपनी मां को कभी नहीं बताया कि वह प्लेटफॉर्म पर सोते थे, जबकि इल दौरान उनकी मां भी अपने बेटे को बताए बिना ऑपरेशन करवाती हैं. जब उन्हें फिल्म मिलना शुरू हुई, उन्होंने खुलासा किया कि उनकी मां थी जिन्होंने उन्हें हिम्मत दी.


यहां देखिए अनुपम खेर का वीडियो पोस्ट-


ये भी पढ़ें-

Jia Khan की मौत पर बनी डॉक्यूसीरीज के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने दिखाया गुस्सा, जानें क्या है वजह


कॉमेडियन डेनियल फर्नांडीज ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत का उड़ाया मजाक, फैंस के भड़कने पर मांगी माफी