मुंबई: साल 1992 में रिलीज हुई अपनी पहली फिल्म 'रोजा' से अपने अलहदा किस्म के संगीत का जादू बिखेरने और आगे चलकर ग्रैमी और दो ऑस्कर अवॉर्ड्स जीतने वाले विश्व-विख्यात संगीतकार ए. आर. रहमान अब प्रोड्यूसर भी बन गये हैं. बतौर निर्माता उनकी पहली हिंदी फिल्म '99 सॉन्ग्स' रिलीज के लिए तैयार है. ए. आर. रहमान ने आज मुम्बई में इस फिल्म के पहले गाने 'ज्वालामुखी' का लॉन्च किया. इस फिल्म में नवोदित कलाकार ईहान भट हीरो के तौर पर नजर आएंगे.
इस मौके पर ए. आर. रहमान ने फिल्म में एक नये एक्टर को फिल्म में लेने से जुड़े सवाल पर एक मजेदार घटना का उल्लेख किया. उन्होंने कहा, 'हम (रहमान और निर्देशक विश्वेस कृष्णमूर्ति) एक ऐसे एक्टर की तलाश में थे, जो एक्टिंग के साथ साथ गाना भी गा सके. हम शिद्दत से इसकी कोशिशों में जुटे थे. ऐसे में मेरे दोस्त पाकिस्तान जाते हैं और वहां से तीन लड़कों का चयन कर लेते हैं. मैंने उनसे पूछा, 'ऐसा क्यों भला? क्या भारत में ऐसा कोई एक्टर नहीं है, जो गा सके?' उसने कहा कि नहीं सर, यह गाना गा लेता है और अभिनय भी अच्छा कर लेता है. मैंने कहा कि क्या हो अगर आगे चलकर कुछ (विवाद) हो जाए? यह तब की बात है जब किसी तरह की परेशानी पैदा नहीं हुई थी. मैंने कहा कि यह मेरी पहली फिल्म है, मेरे लिए किसी तरह की परेशानी पैदा मत करो."
इस मौके पर पूछे गये एक सवाल के जवाब में रहमान ने बताया कि आखिरकार उन्होंने बतौर निर्माता अपनी पहली फिल्म को तमिल भाषा में बनाने की बजाय हिंदी में क्यों बनाया. रहमान ने कहा, "मेरा ताल्लुक दक्षिण भारत से है और मेरे लिए तमिल में फिल्म बनाना बेहद आसान होता. इस फिल्म की कहानी दक्षिण भारत में केंद्रित नहीं है और इसका ताल्लुक पूरे भारत से है.... हमने इसे दक्षिण की भाषाओं में डब किया है, मगर यह किसी डब फिल्म की तरह नहीं लग रही है. लेकिन जब आप तमिल में फिल्म बनाते हैं और उसे हिंदी में डब करते हैं, तो पता चल जाता है कि फिल्म को किसी साउथ इंडियन फिल्म से डब किया गया है. इस फिल्म की कहानी यूनिवर्सल है. ये एक ऐसी कहानी है, जिसे कहीं भी सेट किया जा सकता था."
ए. आर. रहमान ने आगे कहा कि '99 सॉन्ग्स' पूरे देश और विश्व के लिए बनाई गयी फिल्म है और ये एक आर्ट फिल्म न होकर एक कमर्शियल फिल्म है. ए. आर. रहमान ने '99 सॉन्ग्स' की कहानी भी खुद ही लिखी है. इस संबंध में उन्होंने बताया कि इस फिल्म की कहानी का आइडिया उन्हें लॉस एंजिल्स जाते हुए फ्लाइट में आया था.
एक संगीतकार से निर्माता बनने के सफर पर पूछे जाने पर ए. आर. रहमान ने कहा कि यह उनके लिए फिर से जीवित होने जैसा है. रहमान ने कहा कि उन्होंने वे संभावनाओं को एक्सप्लोर करना चाहते थे और इसीलिए उन्होंने निर्माता बनने का फैसला लिया.
यहां देखिए फिल्म का ट्रेलर