India's Most Wanted Review: अर्जुन कपूर की फिल्म 'इंडियाज मोस्ट वांटेड' बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हो गई है. फिल्म के टाइटल से ये काफी हद तक साफ है कि फिल्म की कहानी किस थीम पर बुनी गई हैं. चार दिनों की एक सर्जिकल स्ट्राइक जहं बन्दूक की एक गोली चलाये बिना एक बड़े मिशन को अंजाम दिया जाता है. देश भर में कई सीरियल बॉम ब्लास्ट के ज़िम्मेदार एक इंडियाज मोस्ट वांटेड का ठिकाना एक दिन अचानक आई बी अफसर प्रभात (अर्जुन कपूर ) को एक फोन कॉल के जरिये मिलती है. ग्राउंड रियलिटी से दूर ऑफिसर्स के साथ के बिना अंधेरे में एक रोशनी के तौर पर प्रभात के सीनियर (राजेश शर्मा) के साथ के बिला पर पांच ऑफिसर्स की टीम के साथ वह किस तरह इस मिशन को हैंडल करता है यही देखने वाली बात है.


बता दें कि 2013 में जब इंडिआज मोस्ट वांटेड यासीन भटकल को नेपाल से पकड़ गया था तो देश के लिए एक बड़ी खबर थी. राजकुमार गुप्ता की फिल्म इंडियाज मोस्ट वांटेड इसी सच्चाई के इर्द गिर्द घूमती है.



यहां जानिए 'इंडियाज मोस्ट वांटेड' क्यों बनती है 'अ मस्ट वाच' फिल्म:


1. नो वन किल्ड जेसिका और रेड जैसी थ्रिलर फिल्म बनाने वाले राजकुमार गुप्ता ने तीन साल की कड़ी रिसर्च के बाद बिहार और नेपाल में जिस तरह से फिल्म को शूट किया है और जो सच्चाई के करीब कहानी को रखा है यह काबिल ए तारीफ है.


2. अर्जुन कपूर ने अपने किरदार को पूरी तरह से जस्टिफाई किया है. उनकी जेहन में यह बिलकुल साफ था कि फिल्म का हीरो इसकी कहानी है ना कि वह और उन्होंने ऐसी कोई कोशिश भी नहीं की है जो फिल्म को और भी रियल बनता है.


3. इस फिल्म में कोई गाना नहीं है सिवाय एक बैकग्रॉउंड ट्रैक के मगर अमित त्रिवेदी का बैकग्राउंड स्कोर आपको पूरी तरह इंगेज रखता है. फिल्म में हीरोइन नहीं है और कहीं उसकी जरूरत महसूस भी नहीं होती.


4. 2 घंटे 4 मिनट की यह फिल्म ट्रैक पकड़ने में थोड़ा वक्त जरूर लेती है मगर थोड़ी ही देर में आप इसके गिरफ्त में होते हैं. सभी अन्य कलाकारों ने अच्छा काम किया है. ऐसे में अनसंग हीरोस की अथक प्रयास और जज़्बे से भरी इस कहानी को देखना तो बनता है.