अभिनेता अर्जुन कपूर को हिंदी फिल्म उद्योग में नौ साल हो गए हैं. उन्होंने 2012 में 'इश्कजादे' के साथ अपने फिल्मी करियर की शुरूआत की, जिसे उन्होंने अपने 'गेमचेंजर' के रूप में टैग किया क्योंकि उनका मानना है कि उनकी पहली फिल्म आने से पहले दो से तीन साल तक उनके बारे में बात नहीं की गई थी. 2012 में अपनी शुरूआत के बाद से अर्जुन ने '2 स्टेट्स', 'की एंड का', 'हाफ गर्लफ्रेंड', 'पानीपत' और 'संदीप और पिंकी फरार' जैसी कई फिल्मों में अभिनय किया है.
हालांकि 'इश्कजादे' उनके दिल के करीब है.
अर्जुन ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "वह फिल्म जो मेरी गेमचेंजर थी वह 'इश्कजादे' रही वरना मैं इस खेल में नहीं होता क्योंकि उससे पहले किसी ने मुझे एक शॉट तक नहीं दिया."
36 वर्षीय अभिनेता ने कहा, "कोई भी मुझे नहीं जानता था. मैं कोई हाईप्ड डेब्यूटेंट नहीं था. मेरी फिल्म आने से पहले 2-3 साल तक मेरे बारे में बात नहीं की गई थी. मैं अप्रासंगिक था और कोई भी मुझे नहीं जानता था और इसने मेरी जिंदगी हमेशा के लिए बदल दी."
अभी तक, अभिनेता के पास 'भूत पुलिस', 'एक विलेन रिटर्न्स' और हाल ही में घोषित 'कुत्ते' जैसी कई फिल्में हैं.
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