नई दिल्ली: आयुष्मान खुराना स्टारर और अनुभव सिन्हा के निर्देशन में बनी फिल्म 'आर्टिकल 15' रिलीज़ से पहले ही विवादों घिरती नज़र आ रही है. हाल ही में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि करणी सेना ने इस फिल्म का विरोध किया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक करणी सेना ने धमकी देते हुए कहा कि अगर ये फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई तो वो इसके खिलाफ कड़ा एक्शन लेंगे और फिल्म को सिनेमाघरों में चलने नहीं देंगे. अब इस धमकी पर फिल्म के निर्देशक का रिएक्शन सामने आया है.


'आर्टिकल 15' के निर्देशक अनुभव सिन्हा ने टाइम्स नाउ से बात करते हुए कहा है कि करणी सेना को किसी खास फिल्म को निशाना बनाने की बजाय फिल्म बनाने की संस्कृति को ही खत्म कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस तरह की मुखालफत सिर्फ इस चीज़ को दर्शाती है कि देश में खुलकर बातचीत करने के लिए कोई जगह नहीं है.


अनुभव सिन्हा के मुताबिक इस बात की कोई वजह नहीं है कि करणी सेना फिल्म को ब्राह्मण विरोधी फिल्म कहे. कुछ दिनों पहले इन्होंने एक फिल्म को राजपूत विरोधी करार दिया था, वो भी बिना किसी कारण के. इस तरह के लोग जो कहते हैं कि वो इज्जतदार परिवार से हैं, उन्हें फिल्मों पर इस तरह के इल्ज़ाम नहीं लगाने चाहिए. फिल्में अलग अलग तरह की कहानियों को कहने का एक ज़रिया है.


अनभुव सिन्हा ने बातचीत में आगे कहा कि हकीकत में करणी सेना ने सभ्य वार्तालाप के लिए कोई जगह नहीं छोड़ी है. हिंसा और धमकी बर्दाश्त नहीं होगी. इस तरह की चीज़ें अगर होती रहेंगी तो देश में फिल्म बनाने की संस्कृति पर गहरा असर पड़ेगा.
आपको बता दें 'आर्टिकल 15' का ट्रेलर जब से लॉन्च हुआ है, तभी से इसको लेकर हर ओर चर्चा गरम है. जाति व्यवस्था और ऊंच नीच पर आधारित ये फिल्म 28 जून को सिनेमाघरों में रिलीज़ होने को तैयार है.


यहां देखें फिल्म का ट्रेलर...