नई दिल्ली: फिल्म ‘आर्टिकल 15’ के निर्माता, सह लेखक और निर्देशक अनुभव सिन्हा ने इस फिल्म पर ‘ब्राह्मण विरोधी’ होने के आरोपों पर अपनी सफाई पेश की है. अनुभव सिन्हा ने ट्विटर पर एक खुला खत लिखा है और उसके ज़रिए उन सभी अंदेशों और आशंकाओं को खत्म करने की कोशिश की है, जो फिल्म के ट्रेलर के रिलीज़ होने के बाद उतपन्न हुए थे. निर्देशक ने ब्राह्मण संगठनों और करणी सेना के लोगों को संबोधित करते हुए अपनी सफाई पेश की है. साथ ही उन्होंने उन तमाम धमकियों का भी ज़िक्र किया है, जो ट्रेलर रिलीज़ के बाद से उन्हें मिल रही हैं, जिनमें निर्देशक की हत्या से लेकर उनकी बहनों और इस दुनिया को छोड़कर जा चुकीं मां के रेप तक की बातें कही गई हैं. अनुभव ने साफ कहा है कि इस तरह की भाषा से संवाद नहीं हो सकता.
अनुभव सिन्हा ने अपने खुले खत में इस बात को पुरज़ोर तरीके से कहा कि इसकी उम्मीद बेहद कम है कि कोई भी फिल्म किसी समाज का निरादर करने की कोशिश करेगी. उन्होंने ये भी कहा कि किसी भी फिल्म के ट्रेलर को देखकर उस फिल्म को नहीं आंकना चाहिए. अनुभव सिन्हा के मुताबिक अनुमान लगाकर विरोध करने से दोनों पक्षों के वक्त की बर्बादी होती है.
अपने इस खत में अनुभव सिन्हा ने पूरे विश्वास के साथ कहा है कि ‘आर्टिकल 15’ में ब्राह्मण समाज का किसी भी तरह से कोई निरादर नहीं किया गया है. उन्होंने ये भी बताया है कि फिल्म बनाने में उनके कई ब्राह्मण साथियों ने उनके साथ काम किया है. खत के अंत में अनुभव सिन्हा ने माफी भी मांगी है. उन्होंने कहा कि अगर ट्रेलर की वजह से किसी तरह का कोई भ्रम फैला है तो मैं करबद्ध क्षमा याचना करता हूं. अनुभव ने लोगों से फिल्म देखने की अपील भी की है.
आपको बता दें कि ‘आर्टिकल 15’ के ट्रेलर की रिलीज़ के बाद से ही इस फिल्म पर ब्राह्मण विरोधी होने का आरोप लग रहा है. हाल ही में ऐसी भी रिपोर्ट्स आई थी कि करणी सेना ने कहा है कि अगर फिल्म रिलीज़ हुई तो वो कड़ा ऐक्शन लेंगे. ‘आर्टिकल 15’ में अभिनेता आयुष्मान खुराना ने मुख्य भूमिका निभाई है. फिल्म को समीक्षकों ने सराहा है. सेंसर बोर्ड ने इसे पांच कट के बाद यूए सर्टिफिकेट दिया है. सिनेमाघरों में ये 28 जून को रिलीज़ हो रही है.
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