निर्देशक अनुभव सिन्हा की बहु-प्रशंसित फिल्म 'आर्टिकल 15' की कानपुर में स्क्रीनिंग एक धार्मिक समूह के विरोध के बाद रोक दी गई है. शुक्रवार को एक समूह ने सपना पैलेस थियेटर और इनोक्स मल्टीप्लेक्स में घुसकर फिल्म की स्क्रीनिग रुकवा दी. उन्होंने फिल्म निर्माता के खिलाफ नारेबाजी की और पोस्टर भी फाड़ डाले.
भविष्य में होने वाली परेशानी को देखते हुए प्रदर्शकों ने शनिवार को एक बैठक की और पर्याप्त सुरक्षा प्रदान किए जाने तक फिल्म की स्क्रीनिंग पर रोक लगाने का फैसला किया है.
एक सिनेमा हॉल के मालिक ने कहा कि शुक्रवार की परेशानी के बाद शनिवार के सभी शोज पर रोक लगा दी गई थी और कानपुर में अभी फिल्म प्रदर्शित नहीं की जाएगी.
उन्होंने कहा, "फिल्म की शुरुआत सभी शोज के साथ हुई थी, लेकिन हम उपद्रवी भीड़ द्वारा संपत्ति के संभावित नुकसान का खतरा नहीं उठा सकते. पुलिस भी हमें पर्याप्त सुरक्षा देने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है. हमने वितरकों को सूचित कर दिया है कि हम कानपुर में फिल्म की स्क्रीनिंग नहीं करेंगे."
कानपुर के पुलिस अधीक्षक अनंत देओ ने कहा कि उन्होंने सभी सर्कल ऑफिसर्स को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि सभी मल्टीप्लेक्स और सिनेमा हॉल्स में कानून और व्यवस्था बनी रहे.
वहीं फिल्म के निर्देशक अनुभव सिन्हा का कहना है कि वह 'अतर्कसंगतों से तर्क-वितर्क करके थक गए हैं'.
'आर्टिकल 15' भारतीय संविधान के अनुच्छेद 15 पर आधारित है. इस इन्वेस्टिगेटिवथ्रिलर फिल्म में आयुष्मान खुराना एक पुलिस अधिकारी के किरदार में हैं, जिसमें सयानी गुप्ता, कुमुद मिश्रा, ईशा तलवार और मनोज पाहवा प्रमुख भूमिकाओं में हैं.