कास्टिंग काउच और मीटू मूवमेंट पर बोलीं 'आशिकी' फेम अनु अग्रवाल, 'लड़की मालिक होती है'
आशिकी फेम अनु अग्रवाल ने एक इंटरव्यू के दौरान कास्टिंग काउच और मीटू मूवमेंट पर अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि लड़की के मर्जी के बिना कोई कुछ भी नहीं कर सकता. लड़की मालिक होती है.
बॉलीवुड एक्ट्रेस अनु अग्रवाल फिल्म 'आशिकी' से रातों रात स्टार बन गई थीं. फिल्मों में आने से पहले वह एक सक्सेसफुल मॉडली थीं. हालांकि अनु का मॉडलिंग में इंटरेस्ट नहीं था. उन्होंने एक न्यूज पोर्टल को दिए इंटरव्यू में खुलासा किया कि वह कभी भी मॉडल क्यों नहीं बनना चाहती थीं, लेकिन तब उनके ब्वॉयफ्रेंड रिक उन्हें बॉलीवुड में लेकर आए.
अनु अग्रवाल ने मीटू मूवमेंट और कास्टिंग काउच पर अपना पक्ष रखा और कहा कि कुल मिलाकर, 'लड़की ही मालिक है.' जब उनसे पूछा गया कि क्या आपने कभी कास्टिंग काउच का सामना किया है? इस पर उन्होंने कहा,'बिल्कुल नहीं. लेकिन हां एक बहुत बड़े डायरेक्टर, मेरे घर आए और मेरे लिए रोल लेकर आए. वह मेरे घर व्हिस्की की बोतल लेकर आए थे. यह दोपहर का वक्त था लेकिन मेरे दिमाग की बत्ती जल गई.'
अनु ने आगे कहा, 'कोई हाथ में व्हिस्की बोतल लेकर कहानी सुनाने कैसे आ सकता है, तो मैंने बहाना बना दिया और उन्हें आदर के साथ जाने के लिए कह दिया था. मैंने उन्हें जाने के लिए बोल दिया. मैंने कहने की कोशिश कर रही हूं कि महिलाओं के पास हमेशा विकल्प होते हैं. यहां तक कि जब मैं पहले लड़कियों से बात करती थी और वे कहती थीं कि इस लड़के ने मुझे मारा और बॉलीवुड के बारे में पूरी बातें बताने की कोशिश करती थीं.'
अनु अग्रवाल ने कहा, 'लड़कियां पूरे मी टू की बातें और लड़कों के लड़कियों को मारने की बातें बताती थीं. मुझे महसूस हुआ कि लोग लड़कियों पर ही निशाना साधेंगे. मैं जब 13 साल की थी, तबसे लोग मुझे हिट कर रहे हैं. मुझे नहीं पता था कि इसे कैसे संभालना है. मुझे लगता है कि आखिरकार लड़की ही बॉस होती है.'
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