Ashish Vidyarthi Rupali Barua Wedding: बॉलीवुड एक्टर आशीष विद्यार्थी (Ashish Vidyarthi) अपनी दूसरी शादी को लेकर सुर्खियों में छाए हुए हैं. उन्होंने रुपाली बरुआ (Rupali Barua) के साथ शादी रचाई है. दोनों की वेडिंग फोटोज़ सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही हैं. इस बीच आशीष विद्यार्थी ने अपनी पहली पत्नी पीलू विद्यार्थी (Piloo Vidyarthi) से तलाक लेने के बारे में खुलकर बात की है. एक्टर ने बताया कि उन्होंने आपसी सहमति से पहली पत्नी से तलाक किया था.
पहले की दोस्ती फिर बने पति-पत्नी
आशीष विद्यार्थी ने इंस्टाग्राम हैंडल पर अपना एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें वह कहते हैं, 'हम सबकी अलग-अलग जिंदगियां हैं. हम सबकी अलग अलग जरूरते हैं. हम सब अपनी अपनी जिंदगी अलग-अलग चला रहे हैं अलग अलग तरीके से, लेकिन एक चीज कॉमन है. हम सब खुशी से जीना चाहते हैं. मेरी जिंदगी में 22 साल पहले पीलू (राजोशी) आईं. हम लोगों ने एक बहुत अच्छी दोस्ती बनाई और साथ चले पति-पत्नी की तरह. इस दौरान खूबसूरत प्यारा अर्थ हुआ. बड़ा हुआ, कॉलेज गया और अब नौकरी कर रहा है.'
इस वजह से लिया अलग होने का फैसला
एक्टर ने आगे बताया, 'इस 22 साल की शानदार जर्नी के दौरान हम लोगों ने कुछ ढाई साल या दो साल पहले पाया कि हम लोग फ्यूचर की तरफ देखते हैं. उसमें कुछ फर्क आया है. पीलू और मुझमें. ये बात जायज है कि हम दोनों ने कोशिश की कि किसी तरह से हम उन डिफ्रेंसेस को दूर कर सकते हैं. हमने सोचा कि हम डिफ्रेंसेस तो दूर कर सकते हैं, लेकिन फिर हम एक-दूसरे पर हावी होने लगेंगे.'
हम साथ रहेंगे लेकिन दुखी रहेंगे
'आखिर में हमने ये पाया कि जिस तरह हमने खुशी से 22 साल बिताए हैं. शायद आने वाली जिंदगी में ये खुशी हमसे दूर रहे. हम साथ रहेंगे लेकिन दुखी रहेंगे. ये हम दोनों नहीं चाहते थे. हमने सोचा कि हम ऐसी जिंदगी नहीं बिताना चाहते हैं.'
हमने अलग होने का किया फैसला
आशीष विद्यार्थी (Ashish Vidyarthi) ने कहा, 'हमने तय किया कि हम लोग अलग-अलग रास्ते चलेंगे. हमने कहा कि हम इस चीज को ग्रेसफुली और डिग्निटी के साथ हैंडल करेंगे. होता क्या है कि जब दो लोग अलग होते हैं, तो नाराजगी होती हैं और फिर शोरगुल होता है. हम दोनों ने ये तय किया कि हम ऐसा कुछ नहीं करेंगे. हमने साथ बैठकर बात की. बेटे अर्थ और अपने करीबी दोस्तों के साथ बात की और फिर हमने अपना अगला कदम उठाया. हम दोनों अलग हो गए. बहुत जरूरी बात है कि जिंदगी वो है, जिसमें हम खुशी से रह सके. किसी और के लिए नहीं बल्कि अपने लिए.'