नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का राजनीतिक सफर किसी मिसाल से कम नहीं रहा है. ये कहना गलत नहीं होगा कि अटल बिहारी देश के सबसे चहेते और लेकप्रिय नेताओं में से एक रहे हैं. फिर चाहे उनकी कविताओं की बात हो या देशहित में उनके बेबाक फैसलों की गूंज पूरी दुनिया में सुनाई दी थी. अपने कार्यकाल में यूं तो पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कई प्रोग्रेसिव फैसले लिए थे जिनमें एक था भारत को परमाणु ताकत बनाने का फैसला.

साल 1998 में पूर्व पीएम अटल जी के इस फैसले ने पूरी दुनिया में भारत की एक अलग धाक बना दी थी. उनके इस एक फैसले ने पूरी दुनिया में भारत के रुतबे को पहले से ज्यादा बढ़ा दिया था. ये फैसला आज भी ऐतिहासिक है और इस दौरान तत्कालिक प्रधानमंत्री अटल बिहारी की अनाउंसमेंट स्पीच को हालिया रिलीज फिल्म 'परमाणु ' में भी इस्तेमाल किया गया है.


जॉन अब्राहम निर्देशित फिल्म 'परमाणु: द स्टोरी ऑफ पोखरण' देश के पहले सफल परमाणु परिक्षण की सच्ची घटना पर आधारित है. फिल्म में जॉन एक ऐसे IAS अफसर का रोल प्ले कर रहे हैं जो इस परिक्षण में मुख्य भूमिका निभाते हैं. फिल्म में तत्कालिक पीएम का वो पूरा भाषण शामिल किया गया है जिसमें उन्होंने देश और दुनिया से इस सफल परिक्षण की जानकारी साझा की गई थी. फिल्म में इस सफल और ऐतिहासिक परिक्षण में रही देश के प्रधानमंत्री और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की सफल भूमिका को भी दिखाया गया है.

अटल बिहारी वाजपेयी: एक दिग्गज राजनेता से एक कवि तक

'परमाणु' फिल्म सच्ची घटना पर आधारित है. इस फिल्म में भारत में पहले परमाणु परिक्षण की कहानी को दिखाया गया है.ये घटना साल 1998 की है जिसमें भारत ने एक राजस्थान के पोखरण में एक साथ 6 परमाणु परिक्षण किए थे और उसमें सफलता हासिल की थी. इस फिल्म में जॉन अब्राहम के साथ एक्ट्रेस डायना पेंटी और बोमन इरानी नजर आए थे. फिल्म का निर्देशन अभिषेक शर्मा ने किया था.